
अम्बिकापुर..(सीतापुर/अनिल उपाध्याय)..सरगुजा जिले के सीतापुर नगर के मुख्य मार्गों पर आवारा पशुओं ने अपना कब्जा जमा लिया है। जिसकी वजह से राहगीरों को काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। सड़को पर आवारा पशुओं के बढ़ते आतंक से हमेशा दुर्घटना की संभावना बनी रहती है। इस संबंध में नगरवासियों द्वारा अवगत कराने के बाद भी नगर पंचायत हाथ पर हाथ धरे बैठी है। आवारा पशुओं से सड़कों को निजात दिलाने के बजाए नगर पंचायत केवल सूचना प्रसारण तक सिमट कर रह गई है। नगर पंचायत की इस उदासिन कार्यप्रणाली से नगरवासियों में असंतोष व्याप्त है।
बता दें कि, नगर के मुख्य सड़कों पर आवारा पशुओं ने अपना डेरा जमा लिया है। धरपकड़ के अभाव में आवारा पशु भारी संख्या में सड़कों पर डटे रहते है। खास कर नेशनल हाईवे क्र-43 में शहीद भगत सिंह चौक एवं नगर पंचायत कार्यालय के सामने केशला रोड़ इनका अड्डा बन गया है। जहाँ सड़को पर आवारा पशुओं का कब्जा होने की वजह से आवागमन बाधित हो जाता है। आवागमन बाधित करने के साथ आवारा पशु सड़को पर जमकर उत्पात मचाते है। जिसकी चपेट में आकर कई बार बाइक सवार राहगीर दुर्घटना के शिकार हो चुके है। धरपकड़ के अभाव में सड़कों पर आवारा पशुओं की मौजूदगी से नगरवासियों को हमेशा दुर्घटना की संभावना बनी रहती है।

इस संबंध में नगर पंचायत को कई बार अवगत कराने के बाद भी नगर पंचायत हाथ पर हाथ धरे बैठी है। जबकि नगर को इनके आतंक से मुक्ति दिलाने आवारा पशुओं को कांजीहाउस में डालना चाहिए था। लेकिन नगर पंचायत ऐसा न करके केवल सूचना देकर अपना पल्ला झाड़ लेती है। गौरतलब है कि नगर पंचायत के पदाधिकारी अधिकारी सभी इन सड़कों से होकर कार्यालय पहुँचते है।इनका भी सामना सड़को पर कब्जा जमाए आवारा पशुओं से होता है। इसके बाद भी कोई ठोस कदम नही उठाना नगर पंचायत की नाकामी को दर्शाता है।
सड़क पर आवारा पशुओं की वजह मुश्किलों का सामना कर रहे नगरवासियों में नगर पंचायत की उदासीनता को लेकर आक्रोश व्याप्त है। नगरवासियों ने सड़को पर डेरा जमाए आवारा पशुओं से निजात दिलाने की मांग की है। ताकि इनकी वजह से होने वाली संभावित दुर्घटनाओं को टाला जा सके।
इस संबंध में नगर पंचायत अध्यक्ष प्रेमदान कुजूर ने आवारा पशुओं के विरुद्ध धरपकड़ की कार्यवाही कराने का आश्वासन दिया है।