
बलरामपुर-रामानुजगंज। तहसील कुसमी के ग्राम कंजिया में फर्जी दस्तावेजों के जरिए भूमि पर अवैध कब्जा करने की साजिश का खुलासा हुआ है। इस संगठित अपराध में शामिल एक महिला, तत्कालीन पटवारी और एक अन्य आरोपी को कुसमी पुलिस ने गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड पर भेज दिया है।
जानकारी के मुताबिक, नायब तहसीलदार पारस शर्मा द्वारा थाने में दी गई शिकायत के आधार पर यह मामला दर्ज किया गया। शिकायत में बताया गया कि वर्ष 2013-14 के बी-1 रिकॉर्ड में खसरा नंबर 536/5, रकबा 0.012 हेक्टेयर भूमि में फर्जी तरीके से सरस्वती गुप्ता का नाम दर्ज किया गया था। इस षड्यंत्र में तत्कालीन पटवारी बिहारी कुजूर और अम्बिकेश गुप्ता की भूमिका भी सामने आई है।
जांच में सामने आया कि न्यायालय अनुविभागीय अधिकारी (राजस्व) कुसमी के समक्ष सुनवाई के दौरान सरस्वती गुप्ता ने एक फर्जी आदेश प्रस्तुत किया। इस फर्जी आदेश को वैध ठहराने की कोशिश अम्बिकेश गुप्ता ने की, जिसने वर्ष 2012-13 के रिकॉर्ड में छेड़छाड़ करते हुए अवैधानिक प्रविष्टि कर दी। जांच में स्पष्ट हुआ कि इस पूरे प्रकरण को संगठित रूप से अंजाम दिया गया था।
कुसमी पुलिस ने मामले में धारा 420, 467, 468, 471, 120-बी, 34 के तहत अपराध क्रमांक 61/2025 दर्ज कर सभी आरोपियों को हिरासत में लेकर पूछताछ की। पूछताछ में तीनों ने अपराध स्वीकार कर लिया। इसके बाद उन्हें विधिवत गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड पर भेजा गया है।
पुलिस अधीक्षक, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक और पुलिस अनुविभागीय अधिकारी के मार्गदर्शन में यह कार्रवाई की गई। पुलिस अब इस मामले में अन्य संभावित आरोपियों की भूमिका की भी जांच कर रही है।