
कटड़ा/उधमपुर। माता वैष्णो देवी की पवित्र यात्रा पर गए श्रद्धालुओं के लिए खतरे की घंटी बज चुकी है। हिमकोटी क्षेत्र में हुए भूस्खलन के चलते बैटरी कार मार्ग पूरी तरह बंद कर दिया गया है। वहीं, खराब मौसम के कारण हेलीकॉप्टर सेवा चौथे दिन भी ठप रही। इस बीच, कटड़ा से भवन मार्ग पर पत्थर और मलबा गिरने की वजह से भी आवाजाही पर रोक लगाई गई है।
हिमकोटी में फिर गिरा मलबा, बंद हुआ बैटरी कार मार्ग
शाम के समय हिमकोटी क्षेत्र में तेज बारिश के बाद भारी भूस्खलन हुआ, जिससे बैटरी कार मार्ग पर जगह-जगह पत्थर और मिट्टी का ढेर लग गया। प्रशासन ने तुरंत एक्शन लेते हुए श्रद्धालुओं की सुरक्षा को प्राथमिकता दी और इस मार्ग से आवाजाही पर रोक लगा दी।
सफाई कर्मचारियों की टीम मलबा हटाने में जुटी है, लेकिन मार्ग को फिर से खोलने में समय लग सकता है। बता दें कि हाल के दिनों में यह मार्ग तीसरी बार बंद किया गया है।
पारंपरिक मार्ग से यात्रा जारी
भूस्खलन के बावजूद परंपरागत पैदल मार्ग श्रद्धालुओं के लिए खुला है। वर्तमान में 28 से 30 हजार श्रद्धालु प्रतिदिन माता के दर्शन के लिए पहुंच रहे हैं।
हेलीकॉप्टर सेवा चौथे दिन भी रही बंद
कटड़ा और भवन के बीच चलने वाली हेलीकॉप्टर सेवा पर भी मौसम की मार पड़ी है। बादलों की घनी परत और खराब विजिबिलिटी के कारण सेवा को लगातार चौथे दिन स्थगित रखा गया है, जिससे कई यात्रियों को असुविधा का सामना करना पड़ रहा है।
समरोली में हाईवे पर बाढ़ जैसे हालात
वहीं, उधमपुर जिले के समरोली क्षेत्र में तेज बारिश के चलते बरसाती नाले में बाढ़ आ गई, जिससे जम्मू-श्रीनगर हाईवे पूरी तरह से बाधित हो गया। नाले का पानी और पहाड़ों से गिरे मलबे ने हाईवे की एक ट्यूब को पूरी तरह बंद कर दिया, जिससे वाहनों की लंबी कतारें लग गईं।
पुलिस और प्रशासनिक टीमें मौके पर पहुंचीं और मलबा हटाने के लिए भारी मशीनरी लगाई गई। शाम छह बजे के आसपास स्थिति में कुछ सुधार हुआ, लेकिन तब तक हजारों वाहन फंसे रहे।
यात्रियों से प्रशासन की अपील
प्रशासन ने श्रद्धालुओं से अपील की है कि मौसम अपडेट पर नजर रखें, प्रशासन द्वारा जारी दिशा-निर्देशों का पालन करें और किसी भी आपात स्थिति में हेल्पलाइन नंबर पर संपर्क करें।