
अम्बिकापुर..(सीतापुर/अनिल उपाध्याय)..सरगुजा जिले के ढोढागांव गांव में दिल दहला देने वाली एक दर्दनाक घटना सामने आई है। जंगल से खुखड़ी बीनकर लौट रहे मासूम बेटे, माँ समेत चार लोग बाढ़ की चपेट में आकर तेज बहाव में बह गए। यह हादसा उस समय हुआ जब सभी लोग घर लौटते वक्त मैनी नदी पार कर रहे थे। अचानक आई बाढ़ से पहले वे संभल पाते, नदी का रौद्र रूप चारों को बहाकर ले गया। 12 घंटे से भी अधिक समय बीत जाने के बाद भी लापता लोगों का कोई सुराग नहीं मिल सका है।
सूचना मिलते ही प्रशासन, पुलिस और एसडीआरएफ की टीम मौके पर पहुंची, लेकिन नदी की विकराल स्थिति को देखते हुए रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू नहीं किया जा सका। स्थानीय ग्रामीणों ने भी अपनी ओर से नदी के बहाव की दिशा में चारों की तलाश की, लेकिन सफलता नहीं मिली। हादसे के बाद पूरे गांव में मातम पसरा हुआ है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार, ढोढागांव निवासी बिनावती पति सुरेश अपने 3 वर्षीय मासूम पुत्र एरियस और सोमारी पति कष्टु अपनी 6 वर्षीय पोती अनिका पिता अजित के साथ जंगल में पुटु खुखड़ी बीनने गई थीं। शाम करीब 5 बजे सभी लोग जंगल से खुखड़ी बीनकर लौट रहे थे।
घर लौटते समय रास्ते में पड़ने वाली मैनी नदी पार करते वक्त अचानक तेज बारिश के कारण नदी में बाढ़ आ गई। चारों लोग नदी पार कर ही रहे थे कि बाढ़ का बहाव इतना तेज हो गया कि वे उसमें बह गए। उनके साथ नदी पार कर रहे दो जोड़ी बैल भी तेज बहाव में बह गए।
नदी के दूसरे छोर पर खड़े ग्रामीणों ने हादसे को देखा और तुरंत गांव वालों व परिजनों को सूचना दी। सूचना मिलते ही भारी संख्या में ग्रामीण मौके पर पहुंचे, लेकिन नदी का जलस्तर बहुत अधिक होने के कारण कोई भी तुरंत बचाव में आगे नहीं आ सका।
गांव वालों की कोशिश और प्रशासन की तैयारी भी नाकाम
हालांकि रात होते-होते नदी का बहाव और खतरनाक हो गया, लेकिन इसके बावजूद ग्रामीणों ने परिजनों के साथ मिलकर काफी दूरी तक बहाव की दिशा में चारों की तलाश की। बावजूद इसके उन्हें कोई सफलता नहीं मिली।
दूसरे दिन सुबह होते ही ग्रामीणों ने फिर से तलाश अभियान शुरू किया, और इस बार प्रशासन, पुलिस एवं एसडीआरएफ की संयुक्त टीम भी मौके पर पहुंची। उन्होंने भी नदी के किनारे-किनारे सघन खोजबीन की, लेकिन चारों का कोई सुराग नहीं मिला। नदी के भीषण रूप को देखते हुए टीमों ने रेस्क्यू ऑपरेशन स्थगित कर वापस लौटने का निर्णय लिया।
लगातार बारिश से उफान पर मैनी नदी
बताया जा रहा है कि पिछले तीन-चार दिनों से हो रही लगातार बारिश के चलते मैनी नदी में बाढ़ की स्थिति उत्पन्न हुई है। जिस समय ये सभी लोग खुखड़ी बीनने जंगल गए थे, तब नदी का जलस्तर काफी कम था। लौटते समय अचानक पानी का बहाव बहुत तेज हो गया और हादसा हो गया।
पहाड़ी नदी होने के कारण थोड़े से बहाव में भी भारी तबाही मच सकती है। प्रशासनिक सूत्रों के मुताबिक, आशंका है कि नदी का तेज बहाव चारों को काफी दूर तक बहाकर ले गया होगा। फिलहाल, घटनास्थल पर स्थिति गंभीर बनी हुई है और सभी की निगाहें प्रशासन की अगली कार्यवाही पर टिकी हैं।
बाढ़ की चपेट में आए लोगों की पहचान
1. बिनावती पति सुरेश (ढोढागांव निवासी)
2. एरियस (3 वर्षीय पुत्र)
3. सोमारी पति कष्टु
4. अनिका (6 वर्षीय पोती)
पूर्व मंत्री अमरजीत भगत ने लापता लोगो की तलाश करने पीड़ित परिवार को हर संभव मदद करने प्रशासन से की मांग
मैनी नदी में आई बाढ़ की चपेट में आकर चार लोगो के बह जाने पर पूर्व मंत्री अमरजीत भगत ने दुःख जताया है। उन्होंने पीड़ित परिवार के प्रति सांत्वना व्यक्त करते हुए प्रशासन से लापता लोगो की तलाश एवं पीड़ित परिवार को हर संभव सहयोग करने की मांग की है।