
जांजगीर चांपा। अवैध अप्रवासी, घुसपैठिए जैसे बांग्लादेशी, पाकिस्तानी, रोहिंग्याओं की तलाशी के लिए राज्य में पहली बार 33 जिलों में स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) का गठन किया गया है। छत्तीसगढ़ के 33 जिलों में अलग-अलग पुलिस अधिकारियों को इसकी जिम्मेदारी दी गई। जांजगीर चांपा जिले में एएसपी और डीएसपी रैंक के अधिकारियों को जिम्मेदारी दी गई। उनके साथ इंस्पेक्टर, सब इंस्पेक्टर, एएसपी, हवलदार और सिपाही की टीम रहेगी। फटाफट न्यूज़ में खबर प्रकाशित के बाद प्रदेश पुलिस के अलावा जिला पुलिस का बड़ा एक्शन कहा जा सकता है. एक फिर फटाफट न्यूज़ का खबर का असर देखने को मिला हैं। विगत दिनों खबर प्रकाशित कर जिले में अवैध अप्रवासी बांग्लादेशी रोहिंग्या की संख्या दोनों बढ़ रही है जिसमें पुलिस से जांच की आवश्यकता है।
छत्तीसगढ़ के 33 जिलों के साथ साथ जांजगीर चांपा जिले में भी टास्क फोर्स राज्य में अवैध दस्तावेज या बिना दस्तावेज के रहने वाले और बाहर से आने वालों की तलाश करेंगे। इनकी कार्रवाई की हर माह रिपोर्ट बनाई जाएगी, जो हर माह की 5 तारीख रिपोर्ट बनाई जाएगी, जो हर माह की 5 तारीख तक गृह विभाग को भेजनी होगी। एसटीएफ की पहली बैठक 5 जून को मंत्रालय में होगी। इसकी रिपोर्ट केंद्रीय गृह मंत्रालय को भेजी जाएगी।
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि केंद्र सरकार के निर्देश पर प्रदेश के सभी जिलों में एसटीएफ का गठन किया गया है। ये टीम जिला बल से ही बनाई गई है, जो रुटीन की पुलिसिंग के साथ-साथ टास्क फोर्स का काम करेगी। इसका सुपरविजन जिले में एसएसपी और राज्य में डीजीपी करेंगे।
भाजपा युवा मोर्चा ने भी एसपी को दिया था ज्ञापन…
जांजगीर चांपा जिले की भाजपा युवा मोर्चा ने भी जिले में अवैध रूप से पहचान छिपा कर निवास कर रह रहे बंगलादेशी एवं रोहिंग्या पर के खिलाफ जांच कर कार्रवाई की मांग किया है. और ज्ञापन के जरिए पुलिस अधीक्षक को बताया गया है कि जांजगीर चांपा जिले में ज्यादातर संख्या में बंगलादेशी एवं रोहिंग्या पहचान छुपा कर निवास कर रहे हैं. वहीं उन्होंने अपने ज्ञापन के जरिए जांजगीर चांपा जिला के कई स्थान को चिन्हित करके एसपी से चर्चा भी की हैं।