
बलरामपुर..(कृष्णमोहन कुमार)…पांच साल प्रदेश में सत्ता में रही कांग्रेस ..जब सत्ता से बाहर हुई तब अचानक कांग्रेस में भूचाल आ गया..एक के बाद एक बदलाव हुए..कई कांग्रेस के बड़े नेता अपनी ही पार्टी को कोसते देखे गये..कांग्रेस ने विधानसभा ,लोकसभा और नगरीय निकाय चुनावों में वैसी मेहनत नहीं की..जिसका उम्मीद लोगो को था..हाल ही में कांग्रेस ने लगभग दर्जनभर जिलों के जिलाध्यक्षों को बदला..तब कयास यही लगाये जा रहे थे ..की कांग्रेस मुख्य विपक्षी पार्टी के रूप में दमखम के साथ सड़को पर होगी..लेकिन ऐसा नहीं हो सका..कांग्रेस का हाल तो यह है कि कांग्रेस भवन की लाईट विद्युत आपूर्ति निगम ने काट दी है..जिसे दोबारा जुड़वाने का भी समय स्थानीय कांग्रेस के नेताओं के पास नहीं है!.
दरअसल बात हो रही है उत्तर सरगुजा के बलरामपुर कांग्रेस की..कांग्रेस की पहचान सरगुजा में सरगुजा राजपरिवार है..और खुद राजपरिवार के सदस्य पूर्व डिप्टी सीएम टीएस सिंहदेव की कांग्रेस में अपनी अलग छवि है..लेकिन बलरामपुर कांग्रेस उस छवि को बरकरार रखने में नाकामयाब रहा है..ऐसा इसलिए क्योंकि कांग्रेस अपना घर ही नही बसा पाई है..जिस कांग्रेस भवन में कार्यकर्ताओं -नेताओं की चहल कदमी होनी चाहिए..स्थानीय प्रशासन को घेरने रणनीति बनाई जानी चाहिए..वही कांग्रेस भवन अंधेरे में है..अक्टूबर -नवंबर 2024 से कांग्रेस भवन का 6330₹रुपए का बिजली का बिल बकाया है..यही वजह है कि कांग्रेस भवन अंधेरे में है!.
कांग्रेस शासन काल में अस्तित्व में आए कांग्रेस भवन में तत्कालीन जिलाध्यक्ष राजेंद्र तिवारी के नाम बिजली का कनेक्शन लिया गया था..अब वह कनेक्शन कट चुका है..मौजूदा दौर में केपी सिंह कांग्रेस जिलाध्यक्ष है..और जिलाध्यक्ष बनने के बाद शायद एक या दो बार दिन के उजाले में उन्होंने पार्टी कार्यकर्ताओं की बैठक ली है..लेकिन बंद पड़े कृत्रिम संसाधनों पर उनका ध्यान नहीं गया!.
बीते कुछ समय की बात है जब रामानुजगंज विधानसभा में कांग्रेस के नाम पर एक चेहरे की तूती बोला करती थी..जिससे क्षेत्रवासी बखूबी वाकिफ है..लेकिन उनके निष्कासन के बाद कांग्रेस में कांग्रेस भवन की तरह ही अंधेरा छा गया है!.
बहरहाल क्षेत्रीय कांग्रेस में युवा चेहरों को मौका दिया जाना बेहद ही आवश्यक हो गया है..जिससे युवाओं का जोश कांग्रेस को मिले और वरिष्ठ नेता कांग्रेस का उत्साहवर्धन करे..जिससे प्रदेश सरकार के साथ -साथ स्थानीय मुद्दों पर भी कांग्रेस को अभूतपूर्व समर्थन मिल सके!.