कानून के रखवाले बने भ्रष्टाचार के सौदागर: दरोगा की रिश्वतखोरी का पर्दाफाश, सिपाही रंगे हाथ पकड़ा गया; ACB का बड़ा एक्शन

Uttar Pradesh News: पहले शिकायत पर मुकदमा दर्ज करते हैं, फिर मुक़दमे से बचाने और फसाने के लिए भारी भरकम रिश्वत की मांग करते हैं। आज के युग मे समाज के रखवालों का यही चेहरा सामने आने लगा है। मौजूदा मामला उत्तरप्रदेश के मुरादाबाद जिले का है। जिधर एक दरोगा जी ने रिश्वत की रकम मांगी लेकिन रिश्वत खुद ना लेकर सिपाही के हाथ दिलवा दी, फिर सिपाही रंगे हाथ पकड़ा गया।

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दरअसल, मुरादाबाद जिले के बिलारी थाना में एक बड़ी कार्रवाई करते हुए एंटी करप्शन टीम ने सिपाही कौशल को 5 हजार रुपए की रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया है। इस मामले में दरोगा रवि प्रकाश मुख्य आरोपी हैं, जो मौके से फरार हो गए हैं।

मितेंद्र यादव ने एंटी करप्शन टीम से शिकायत की थी कि दरोगा रवि प्रकाश और सिपाही कौशल ने उनके खिलाफ रिश्वत लेकर मुकदमा दर्ज किया है। मितेंद्र का आरोप है कि 2 सितंबर को गांव के चार व्यक्तियों के खिलाफ उन्होंने शिकायत दर्ज कराई थी। लेकिन 5 सितंबर को सिपाही कौशल ने आरोपियों से मिलकर उल्टा उनके खिलाफ ही केस दर्ज कर दिया। इससे असंतुष्ट होकर मितेंद्र यादव ने एंटी करप्शन विभाग से कार्रवाई की मांग की।

शिकायत के बाद एंटी करप्शन टीम ने जाल बिछाकर सिपाही कौशल को रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों पकड़ा। दरोगा रवि प्रकाश, जो इस घूसखोरी के मुख्य आरोपी हैं, मौके से फरार हो गए। मामले की गंभीरता को देखते हुए एंटी करप्शन टीम ने तुरंत कार्रवाई करते हुए सिपाही कौशल को गिरफ्तार किया। फरार दरोगा रवि प्रकाश की तलाश जारी है। कोतवाली बिलारी पुलिस इस मामले की जांच में जुटी है।