CG Mausam, CG Weather, Chhattisgarh Weather, Chhattisgarh Mausam : छत्तीसगढ़ में लगातार हो रही भारी बारिश ने जनजीवन को प्रभावित कर दिया है। सोमवार शाम से प्रदेश के कई हिस्सों में झमाझम बारिश का सिलसिला जारी है, जिससे न केवल ग्रामीण इलाकों में बल्कि शहरी क्षेत्रों में भी बाढ़ जैसी स्थिति उत्पन्न हो गई है। मौसम विभाग ने प्रदेश के विभिन्न जिलों के लिए चेतावनी जारी की है। जिसमें रेड, ऑरेंज और येलो अलर्ट शामिल हैं।
7 जिलों के लिए रेड अलर्ट जारी
मौसम विभाग ने सोमवार को 7 जिलों के लिए रेड अलर्ट जारी किया है जबकि 5 जिलों के लिए ऑरेंज अलर्ट और 9 जिलों के लिए येलो अलर्ट जारी किया गया था। इस बीच, मौसम विभाग ने अगले 3 घंटों के लिए 8 जिलों में ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। यह चेतावनी उन इलाकों के लिए है जहां गरज और बिजली के साथ मध्यम बारिश की संभावना है।
3 घंटे का ऑरेंज अलर्ट
रायपुर मौसम विभाग के अनुसार, अगले 3 घंटों के दौरान गौरेला-पेंड्रा-मरवाही, कबीरधाम, खैरगढ़-छुईखदान-गंडई, कोरिया, मनेंद्रगढ़-चिरमिरी-भरतपुर, मुंगेली, राजनांदगांव, और सूरजपुर जिलों में मौसम की स्थिति काफी अस्थिर रहेगी। इन क्षेत्रों में गरज और बिजली के साथ मध्यम बारिश हो सकती है। विभाग ने यह अलर्ट 4:00 से 5:00 बजे के बीच जारी किया है, जिससे स्थानीय प्रशासन और आम जनता को सतर्क रहने की सलाह दी गई है।
अगले 48 घंटे के लिए येलो अलर्ट
मौसम विभाग ने आगामी 48 घंटों के लिए भी एक नई चेतावनी जारी की है। कोरिया, मनेंद्रगढ़-चिरमिरी-भरतपुर, गौरेला-पेंड्रा-मरवाही, बिलासपुर, मुंगेली, कोरबा, बेमेतरा, खैरागढ़-छुईखदान-गंडई, और कबीरधाम जिलों में एक-दो स्थानों पर भारी बारिश की संभावना जताई गई है। इस दौरान इन जिलों में बारिश के साथ-साथ सड़कें और अन्य स्थानीय क्षेत्रों में जलभराव की संभावना बनी हुई है।
जनजीवन पर प्रभाव
भारी बारिश के कारण कई क्षेत्रों में जनजीवन प्रभावित हो गया है। सड़कों पर जलभराव और मिट्टी के कटाव के कारण यातायात प्रभावित हुआ है। स्कूल और अन्य शैक्षिक संस्थानों में छुट्टियाँ घोषित की गई हैं। मौसम विभाग की सलाह पर लोगों से सुरक्षित रहने और अत्यधिक आवश्यक कामों के लिए ही बाहर निकलने की अपील की गई है।
राहत कार्य और तैयारी
स्थानीय प्रशासन ने बाढ़ राहत कार्यों को तेज कर दिया है। राहत सामग्री की आपूर्ति, प्रभावित क्षेत्रों में चिकित्सा सुविधाएं और सुरक्षित स्थानों पर निवास की व्यवस्था की जा रही है। जिला कलेक्टर और अन्य अधिकारी नियमित रूप से स्थिति की समीक्षा कर रहे हैं और आवश्यक कदम उठा रहे हैं।