सूरजपुर पुलिस ने किया अन्तराष्ट्रीय गिरोह का पर्दाफाश
बांग्लादेश से नकली नोट लाने वाले दो अन्तराष्ट्रीय आरोपी गिरफ्तार
देश के अर्थ व्यवस्था मे सेंध करने वाले मामले का आई जी ने किया खुलासा
इस चैनल का मुख्य डिस्ट्रीब्यूटर दीपक कजारिया ने अब तक खपाए 52 करोड रुपए
अब तक पकडे गए 9 आरोपियो से 3 लाख 26 हजार के नकली नोट बरामद
अम्बिकापुर (देश दीपक गुप्ता)
सरगुजा की सूरजपुर पुलिस ने नकली नोट खपाने वाले अंतराष्ट्रीय गिरोह का पर्दाफाश किया है,, जो काम आज तक किसी भी राज्य की पुलिस ने नहीं किया था शायद नकली नोट मामले मे उसको छत्तीसगढ की सूरजपुर पुलिस ने कर दिखाया है,, पुलिस ने पहले इस मामले मे 7 छोटे बडे डिस्ट्रीब्यूटर को हिरासत मे लिया था,, लेकिन इस बार पुलिस ने दो ऐसे सरगना को गिरफ्तार किया है,, जो पाकिस्तान मे छपे नकली नोट को बांग्लादेश के रास्ते छत्तीसगढ, बिहार और झारखंड मे खपाते थे। देश के अर्थ व्यवस्था मे सेंध करने और प्रारंभिक जांच मे ही देश द्रोह की तरह प्रतीत होने वाले इस मामले का खुलासा सरगुजा आईजी हिमांशु गुप्ता ने किया है..
पुलिस अभिरक्षा मे खडे जियाउल हक और मुकुल हक मूलतः पश्चिम बंगाल स्थित मालदा जिले के कालियाचक थाना क्षेत्र के रहने वाले है… दिखने मे छोटे कद के ये दोनो आरोपी का कनेक्शन काफी बडा है,,, क्योकि ये दोनो पाकिस्तान मे छपे नकली नोटो को बांग्लादेश देश के रास्ते देश के छत्तीसगढ, बिहार और झारखंड जैसे राज्यो मे खपाते थे। सरगुजा रेंज आईजी से मिली जानकारी के मुताबिक पश्चिम बंगाल के रहने वाले दोनो आरोपी जियाउल हक और मुकुल हक पिछले कई वर्षो से नकली नोट खपाने के धंधे मे शामिल है,, जो बंग्लादेश मे बैठे किसी पाकिस्तानी कनेक्शन वाले व्यक्ति से नकली नोट का सौदा 20 प्रतिशत मे करते थे। मतलब 20 हजार रुपए के असली नोट देकर ये बंग्लादेश मे बैठे स्मगलर से 1 लाख के नकली नोट लेकर आते थे,, इतना ही नही इसके अलावा कभी कभी पडोसी देश के तस्करो की मांग पर ये नकली नोट के बदले उसी रेस्यू मे कफ शिरफ की सप्लाई भी करते थे।
मामले के खुलासे की शुरुआत सूरजपुर के कुदरगढ मेले से हुई , जंहा के मेले मे एक व्यक्ति ने नकली नोट देकर कुछ सामान लेने की कोशिश की,, तो दुकानदार ने नकली नोट पहचानकर उसे दौडाया और उसके जेब से गिरे पर्स के आधार पर उसकी पहचान सरगुजा संभाग के बलरामपुर.सनावल निवासी शहाबुद्दीन के रुप मे हुई, उसके बाद सूरजपुर पुलिस ने मामले मे परत दर परत खुलासा करते हुए पहले ही सात आरोपियो को गिरफ्तार कर लिया था। जिसमे मुख्य डिस्ट्रीब्यूटर बिहार गया के लेम्बुआ नावीस दीपक कजारिया भी शामिल है। सूरजपुर एसपी प्रखर पाण्डेय से मिली जानकारी के मुताबिक देश मे नकली नोट खपाने के चैनल का मुख्य डिस्ट्रीब्यूटर दीपक ने अब तक दो तीन राज्यो मे 52 करोड रुपए से अधिक के नकली नोट खपाए है। जबकि चैनल के अंतिम दो मुख्य आरोपी जियाउल हक और मुकुल हक के गिरफ्तारी के बाद ये खुलासा हुआ कि यही दोनो देश मे नकली नोट खपाने के लिए बंग्लादेश मे बैठे सरगना के सीधे संपर्क मे थे,, और पश्चिम बंगाल से बंग्लादेश जाकर नकली नोट भारत मे लाते थे।
पकडे गए दोनो आरोपियो की गिरफ्तारी के लिए सूरजपुर पुलिस ने कई थाना के एकस्पर्ट पुलिस अधिकारी, प्रधान आरक्षक और आरक्षको को तहकीकात मे लगाया था,, इसके अलावा उस क्षेत्र की परिस्थिती और भाषा की जानकार दो महिला आरक्षक भी टीम मे मौजूद थी,, तब जाकर पश्चिम बंगाल के मालदा जैसे खतरनाक इलाके से सूरजपुर पुलिस की संयुक्त टीम ने दो अंतराष्ट्रीय नकली नोट तस्करो को गिऱफ्तार करने मे सफलता पाई है… बहरहाल गौर करने वाली बात है कि नकली नोट खपाने वाले एक चैनल का तो छत्तीसगढ के सूरजपुपर पुलिस ने खुलासा कर दिया है,, लेकिन ऐसे ही पांच गिरोह देश मे नेपाल, राजस्थान और अरब सागर के रास्ते नकली नोट खपाने का काला कारोबार कर रहे है। जिनको पकडना देश की उन ऐजेंसियो के लिए चुनौती है,, जो देश मे आने वाली हर विपत्ति पर नजर रखने का दावा करती है।
नेटवर्क के खुलासे में शामिल पुलिस टीम:
इस नेटवर्क के खुलासे में सरगुजा आईजी हिमांशु गुप्ता, सूरजपुर एस पी प्रखर पाण्डेय, एड.एसपी मनीषा ठाकुर, प्रशिक्षु डीएसपी राकेश पाटनवार,आकाश मरकाम,, ओडगी थाना प्रभारी अशोक कुजूर, थाना प्रभारी बिश्रामपुर अनूप एक्का, क्राइम ब्रांच प्रभारी सी पी तिवारी, बसदई चौकी प्रभारी सरफराज फिरदौसी,खडगवा चौकी प्रभारी प्रमोद पाण्डेय, प्रशिक्षु एस आई नरेंद्र साहू, सुभाष कुजूर, शुधान्शु बघेल, धर्मनारायण तिवारी,कृष्णकुमार साहु, अच्युत तिवारी, ए एस आई संजय सिंह, रविन्द्र प्रताप सिंह,ब्रिजेस यादव, प्रधान आरक्षक वरुण तिवारी, बिसुदन देव पैकरा,रघुवंस सिंह, राम निवास तिवारी, आरक्षक अखिलेश पाण्डेय, वसीम राजा, शत्रुघन सिंह, आनंद सिंह, कृष्णकान्त पाण्डेय, संतोष सोनी, परिमल भट्टाचार्य, महिपाल सिंह, महेंद्र प्रताप सिंह, लालन सिंह, अमरेन्द्र दुबे, चंद्रकांत बिज्नेर,रविराज भानु, शतीस उपाध्याय, महेंद्र यादव, सुशील मिश्रा, सीताराम पैकरा, महिला आरक्षक बाल कुमारी मिंज, अगाथा लकडा, लक्ष्मी विश्वास, मुनेश्वरी पैकरा और शशि शामिल है । कर्यवाहे के दौरान आरक्षक दिलीप सिंह ने इस टीम को नई तकनीक व साधनों के साथ विशेष सेवा प्रदान की है।
ये है अंतराष्ट्रीय कनेक्शन चार्ट