Oldest Shiv Mandir : यह है सबसे पुराना शिव मंदिर, पंचमुखी शिवलिंग को औरंगज़ेब ने की बर्बाद करने की कोशिश तो होने लगी विचित्र घटनाएं, दी जाती है सात्विक बलि

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Mundeshwari Temple, Shiv Mandir, Oldest Shiv Mandir, India Oldest Shiv Temple : सावन का महीना भगवान शिव को अति प्रिय है। ऐसे में आज हम बात करेंगे भारत के सबसे प्राचीन शिव मंदिर की। मुंडेश्वरी मंदिर वाराणसी से लगभग 60 किलोमीटर दूर स्थित है और यहां के पर्वतीय क्षेत्र में स्थित है, जिसे देवी दुर्गा के रूप में भी जाना जाता है। मुंडेश्वरी माता की पूजा वैष्णव संप्रदाय में विशेष महत्व रखती है और उन्हें कुछ हद तक वाराही माता के साथ संबंधित भी माना जाता है।

Oldest Shiv Mandir : मंदिर में निवास करते हैं भगवान विष्णु

मुंडेश्वरी मंदिर का निर्माण कई सदियों पहले किया गया था। इस मंदिर में भगवान विष्णु भी निवास करते हैं, जो इसे धार्मिक दृष्टिकोण से और भी महत्वपूर्ण बनाता है। 7वीं शताब्दी में भगवान शिव की एक मूर्ति की स्थापना की गई थी, जिसने इस मंदिर को और भी अधिक पवित्र बना दिया। इसके पास के क्षेत्रों में 625 ईसा पूर्व के शिलालेख भी मिले हैं, जो इस मंदिर के महत्व को और भी प्रमाणित करते हैं।

Oldest Shiv Mandir : मंदिर की आर्किटेक्चर और वास्तुकलाभी अत्यंत आकर्षक

मंदिर की आर्किटेक्चर और वास्तुकलाभी अत्यंत आकर्षक है। इसमें भगवान शिव के चार मुख होते हैं, जो धार्मिक और सांस्कृतिक दृष्टिकोण से उसका महत्व और भी बढ़ाते हैं। मंदिर में सूर्य, गणेश और विष्णु की भी मूर्तियां स्थापित हैं, जो इसे एक अद्वितीय स्थल बनाती हैं।

Oldest Shiv Mandir : सबसे विशिष्ट पहचान सात्विक बलि

चैत्र मास के दौरान इस मंदिर में भक्तगण बड़ी संख्या में आते हैं और अपनी विशेष पूजा-अर्चना करते हैं। इस मंदिर की सबसे विशिष्ट पहचान सात्विक बलि है, जिसमें बकरे को प्रस्तुत किया जाता है और फिर उस पर अक्षत फेंके जाते हैं, जिससे वह स्वयं ही खड़ा हो जाता है।

मुंडेश्वरी मंदिर एक ऐतिहासिक और धार्मिक धरोहर है, जो भगवान शिव के विशेष भक्तों और पूजारीगण के लिए एक पवित्र स्थल के रूप में समझा जाता है। यहाँ का पंचमुखी शिवलिंग भी अपना रंग बदलता है।