बस्तर. छत्तीसगढ़ की चर्चित लोकसभा सीटों में शुमार बस्तर लोकसभा सीट पर कांग्रेस इस बार इतिहास नही दोहरा पायी. इस सीट पर भाजपा के महेश कश्यप ने जीत दर्ज की है और जीत का अंतर 55327 रहा. इस सीट पर डॉक्टर से लेकर मजदूर तबके के लोग चुनाव मैदान में थे. इस पर मुख्य मुकाबला कांग्रेस के कवासी लखमा और भाजपा के महेश कश्यप के बीच था. महेश कश्यप बस्तर लोकसभा क्षेत्र में चर्चित चेहरा नही था. लेकिन उन्होंने हमेशा प्रदेश की राजनीति में चर्चा में रहे कवासी लखमा(दादी) को पटखनी दी है. कवासी लखमा को 401506 वोंट मिले जबकि महेश कश्यप को 456833 वोंट मिले. 2019 के लोकसभा चुनाव में प्रदेश की सत्ता पर काबिज कांग्रेस ने केवल इस सीट पर ही जीत दर्ज की थी और यहाँ से सांसद चुने गये थे दीपक बैज.
बस्तर लोकसभा सीट पर भाजपा ने नये प्रत्याशी को चुनाव मैदान में उतारा था. तब से यह कयाश लगाया जाने लगा था..की बस्तर सीट फतेह करने में काफी मशक्कत करनी पड़ेगी. क्योंकि कांग्रेस ने इस सीट पर पूर्व मंत्री कवासी लखमा को चुनाव मैदान में उतारा था. वैसे तो कवासी लखमा इस सीट से अपने बेटे हरीश कवासी को चुनाव लड़वाना चाहते थे. जो कि वर्तमान में सुकमा जिला पंचायत के अध्यक्ष है. पर पार्टी ने उन पर भरोसा जताया. कवासी लखमा अपने चुनाव प्रचार के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधते हुए नजर आये थे. इसके साथ ही होली के समय उनका पैसा बांटते हुए वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था. और इन दोनों मामलों को लेकर जगदलपुर कोतवाली में कांग्रेस प्रत्याशी कवासी लखमा के विरुद्ध एफआईआर भी दर्ज हुआ था.
धुर नक्सल प्रभावित क्षेत्रों वाले बस्तर लोकसभा सीट से पहले कभी बलिराम कश्यप, महेंद्र कर्मा जैसे दिग्गज नेता सांसद चुने गए थे. और बलिराम कश्यप के निधन के बाद इस सीट से दिनेश कश्यप दो बार सांसद रहे. 2019 के लोकसभा चुनाव में भाजपा ने दिनेश कश्यप का टिकट काटते हुए बैदूराम कश्यप को अपना प्रत्यशी बनाया था. लेकिन उन्हें कांग्रेस के दीपक बैज से हार का सामना करना पड़ा था. तो वही एक बार फिर भाजपा ने इस सीट पर कब्जा जमा लिया है.
टीप: इस सीट पर अभी तक जीत का निर्वाचन आयोग की ओर से औपचारिक ऐलान होना बाकी है.
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