Small savings schemes: स्मॉल सेविंग्स स्कीम्स यानी लघु बचत योजनाएं। लोगों में बचत को बढ़ावा देने के लिए इन सेविंग स्कीम्स को शुरू किया गया है। इन्हें सरकारी बचत योजनाएं या पोस्ट ऑफिस स्कीम्स के नाम से भी जाना जाता है। ये योजनाएं सरकार समर्थित होती हैं। इसलिए इनमें जोखिम नहीं के बराबर होता है। आमतौर पर इन योजनाओं में एफडी से अधिक ब्याज मिल जाता है। सरकार द्वारा हर तीन महीने के लिए इन योजनाओं के लिए ब्याज दर तय की जाती है। इनमें से अधिकतर स्कीम्स में निवेशकों को टैक्स बेनेफिट्स भी मिलते हैं।
कहां मिल रहा सबसे ज्यादा ब्याज
13 स्मॉल सेविंग स्कीम्स में सबसे ज्यादा ब्याज सुकन्या समृद्धि अकाउंट में मिल रहा है। इस स्कीम में 8.2 फीसदी ब्याज मिल रहा है। सीनियर सिटीजन सेविंग्स स्कीम में भी ब्याज दर 8.2 फीसदी है। वहीं, सबसे कम ब्याज पोस्ट ऑफिस सेविंग्स अकाउंट में 4 फीसदी मिल रहा है। नेशनल सेविंग सर्टिफिकेट में ब्याज दर 7.7 फीसदी है। इसके बाद महिला सम्मान सेविंग सर्किटफिकेट, किसान विकास पत्र और 5-ईयर टीडी तीनों में 7.5 फीसदी ब्याज दर मिल रही है। मंथली इनकम अकाउंट में ब्याज दर 7.4 फीसदी है। इसके बाद 3-ईयर टीडी और पीपीएफ स्कीम में 7.1 फीसदी ब्याज दर मिल रही है। 2-ईयर टीडी में 7 फीसदी ब्याज मिल रहा है। 1-ईयर टीडी में ब्याज दर 6.9 फीसदी है। वहीं, 5-ईयर आरडी में ब्याज दर 6.7 फीसदी है। सबसे कम ब्याज पोस्ट ऑफिस सेविंग अकाउंट पर 4 फीसदी है।
महंगाई का रखें ध्यान
निवेशकों को अपने निवेश में महंगाई का हमेशा ध्यान रखना चाहिए। उसी निवेश विकल्प में पैसा लगाएं, जहां रिटर्न महंगाई दर से अधिक हो। अगर महंगाई दर या उससे कम रिटर्न वाले निवेश विकल्प में आपका पैसा लगा है, तो समय के साथ आपकी निवेश की गई रकम की वैल्यू कम होती चली जाएगी।