यंहा नदी में बहाया जाता है अमृत नमक : ट्रांसपोर्टिंग का नायाब तरीका

सूरजपुर

सूरजपुर में शासकीय योजना के तहत मिलने वाले अमृत नमक को हितग्राहियो तक पंहुचाने के लिए एक नायाब तरीका खोज लिया गया है । इस तरीके के तहत शासकीय ठिकानो की जगह नदियो की माध्यम से नमन का वितरण किया जा रहा है। पढकर चौंक गए होगे … लेकिन इस बात पर यकीन इसलिए करना पडेगा।  क्योकि ऐसा ही एक मामला जिले कटीन्दा गाँव की महान नदी में देखने को मिला है। जंहा काफी मात्रा में अमृत नमक नदी के बालू में दबा मिला है।

महिला बाल विकास विभाग के पोषण आहार कार्यक्रम के अन्तर्गत गर्भवती महिलाओ और बच्चो को अमृत नमक का निशुल्क वितरण किया जाता है। लेकिन निशुल्क वितरण किए जाने वाले अमृत नमक की बडी खेप सूरजपुर जिले के कटीन्दा गांव की महान नदी में दफन मिली है। निशुल्क नमक नदी में कैसे आया ये तो फिलहाल रहस्य बना हुआ है , लेकिन अपने हक के नमक को नदी में फेंका हुआ देखकर मौजूद ग्रामीण अपना दुखडा सुनाने सामने आ गए। गाँव के एक ग्रामीण मनोज कुमार के मुताबिक गाँव में विगत कई माह से नमक का वितरण नही किया जा रहा है और दूसरी ओर सरकारी तन्त्र नमक को नदी में बहा रहा है।

ग्रामीणो के आरोप और नदी में बहाया गया शासकीय नमक दोनो को देखने के बाद जिम्मेदार अधिकारी और विभाग की कलई खुलती नजर आ रही है । कटीन्दा गाँव की नदी में बहता नमक देखकर ये सवाल भी उठने लगे है कि नमक अगर आउटडेटेड था…. तो जब उसकी डेट बांकी थी तो उस समय नमक का वितरण क्यो नही किया गया । इधर अपने गांव की नदी में मिले अमृत नकम मामले की शिकायत ग्रामीणो नें जिला प्रशासन से करने की बात कही है। लेकिन इधर जब मीडिया के माध्यम से सूरजपुर कलेक्टर को मामले की जानकारी हुई तो पूरे कलेक्टर इस गंभीर मसले पर टीम गठित कर जांच कराने का आश्वासन दिया है।

ग्रामीणो को गांव मे जंहा मुफ्त मिलने वाला नमक नसीब नही हो रहा है वही सूरजपुर के कटिन्दा नदी में इस शासकीय नमन को बहा देने का ये मामला चौंकाने वाला मामला है। बहरहाल इस गंभीर मामले की जांच कब तक होती है। और दोषिय़ो के खिलाफ किस तरह की कार्यवाही की जाएगी। फिलहालय ये तय नही हो पाया है।