Sitapur/Anil Upadhyay. सूर्य उपासना का महापर्व छठ पूजा नगर समेत मंगरेलगढ़, गुतुरमा एवं अन्य कई गांवों में बड़े धूमधाम से मनाया गया। छठ पूजा के आखिरी दिन व्रतियों ने उदयगामी सूर्य को अर्घ्य देकर 36 घँटे बाद व्रत का पारण किया।
गौरतलब है कि 17 नवंबर को नहाए खाये से सूर्य उपासना का महापर्व छठ शुरू हुआ था। इसके बाद 36 घँटे के उपवास के बाद व्रतियों ने उगते सूर्य को अर्घ्य देकर छठ महापर्व का समापन किया। इस दौरान छठ घाट पर छठ पूजा की भक्ति और श्रद्धा में लीन भक्तो की भारी भीड़ जमा थी। व्रतियों के साथ भक्तों ने भी सूर्यदेव को अर्घ्य देकर महापर्व छठ का समापन किया। इसके अलावा कई भक्तों ने अपने घर में छठ पूजा करते हुए उगते सूर्य को अर्घ्य देकर पूजा संपन्न किया।
हमेशा की तरह इस बार भी छठपूजा को लेकर नगर पंचायत द्वारा काफी तैयारियां की गई थी। तालाब के साथ पूरे घाट की साफ सफाई के अलावा टेंट पंडाल लगाया गया था। ताकि व्रती चाहे तो पूरी रात घाट पर बिता सके।इसके अलावा घाट पर भजन संध्या का भी आयोजन किया गया था। जहाँ भक्ति गीतों के साथ श्रद्धालु देर रात तक झूमते गाते रहे। छठ पूजा के दौरान घाट पहली बार होने वाला गंगा आरती भी भक्तो के लिए आकर्षण का केंद्र रहा। बनारस से आये पुरोहितों ने छठ घाट पर गंगा आरती करके श्रद्धालुओं को मंत्र मुग्ध कर दिया।