जांजगीर चांपा। किसी भी पार्टी में रीड की हड्डी होता है. कार्यकर्ता,और चुनाव में वही कार्यकर्त्ता प्रत्याशी को भी जीत दिलाती है,पूरे चुनाव में कार्यकर्ता तन,मन,धन से प्रत्याशी के लिए काम करती हैं. लेकिन जब वही कार्यकर्ता विरोध करना शुरू करती हैं तो पार्टी के लिए मुसीबत हो जाता है,यही हाल जांजगीर चांपा जिले में भारतीय जनता पार्टी में देखने को मिल रहा है.
भारतीय जनता पार्टी के विधानसभा चुनाव में संभावित प्रत्याशियों की दूसरी लिस्ट वायरल होने के बाद पार्टी के ही कार्यकर्ताओं में बगावत शुरू हो गए हैं.पार्टी के कार्यकर्ता संभावित प्रत्याशियों के नाम पर खुलकर विरोध कर रहा है. वही विरोध कोई अंदरुनी नहीं रोड पर आकर विरोध जाता रहे है. पूरे छत्तीसगढ़ में भारतीय जनता पार्टी की खूब किरकिरी हो रही है. जांजगीर चांपा जिले की बात करें तो भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ता हजारों की संख्या में रायपुर पहुंच कर विरोध जाता रहे हैं.
जैजैपुर से कृष्णकांत चंद्रा,सक्ति से खिलावन साहू तो अकलतरा से मौजूदा विधायक सौरभ सिंह का हजारों कार्यकर्ता रायपुर पहुंच कर पार्टी के छत्तीसगढ़ प्रभारी से खुलकर विरोध कर रहे हैं. कार्यकर्ताओं की मांग है की प्रत्याशी को बदला जाए, किसी नए कार्यकर्ताओं को मौका दिया जाए. अकलतरा विधानसभा में सौरभ सिंह के खिलाफ भाजपा के कार्यकर्ता हजारों की संख्या में रायपुर पहुंचकर प्रत्याशी का नाम बदलने की मांग करने लगे है. वही खिलावन साहू के खिलाफ कार्यकर्ता लिखित में शिकायत किए हैं. जैजैपुर से बीजेपी की संभावित प्रत्याशी कृष्णा कांत चंद्रा को बाहरी प्रत्याशी मानकर स्थानीय प्रत्याशी बनाए जाने की मांग कार्यकर्ता कर रहे हैं.
एन चुनाव के समय जांजगीर चांपा जिले में इस तरह भारतीय जनता पार्टी में विरोध शुरू होने के बाद पार्टी की स्थिति डगमगा गई है. अब इस तरह हो रहे विरोध से चुनाव में जरूर इसका असर देखने को मिलेगा. जिसका फायदा अब कांग्रेस उठाना चाहेगी. लगातार संभावित प्रत्याशियों के नाम का विरोध से पार्टी में खलबली मजा दी है. कार्यकर्ता पार्टी के खिलाफ काम करने की बात कह रहे हैं.इस तरह जांजगीर चांपा जिले में बीजेपी की स्थिति डावाडोल है. वही हाल जांजगीर चांपा विधानसभा का भी है कार्यकर्ता खुलकर तो विरोध नहीं कर रहे हैं लेकिन अंदरूनी रूप से जरूर विरोध में नजर आ रहे हैं.जब से मौजूदा विधायक नेता प्रतिपक्ष नारायण चंदेल का नाम सामने आया है तब से बीजेपी के कार्यकर्ताओं में विरोध शुरू हो गए हैं . हालांकि यह खुलकर सामने नहीं आये है लेकिन अब कार्यकर्ता अंदरूनी तौर पर जरूर इस बात का विरोध कर रहे हैं कि भारतीय जनता पार्टी लगातार एक ही व्यक्ति को 6 बार मौका देने जा रही है. जिससे कार्यकर्ता रुष्ट हैं. और लगातार पार्टी के लिए काम कर रहे हैं कार्यकर्ताओं को मौका नहीं मिल पा रहा है. इसलिए इस बार भी जांजगीर चांपा विधानसभा में कार्यकर्ता विरोध के मूड मे दिख रहे है. अब देखना होगा कि पार्टी इस विरोध को किस तरह मैनेज कर पाती, लेकिन जब पार्टी कार्यकर्ताओं को मैनेज कर पाएगी उस समय बहुत देर हो चुका होगा . संभावित प्रत्याशियों के नामों के विरोध से जांजगीर चांपा जिले में भारतीय जनता पार्टी कमजोर सा लग रहा है।