पानी के संरक्षण एवं उसके समुचित उपयोग के लिए जनभागीदारी जरूरी

रायपुर

सहभागिता सिंचाई एवं जल प्रबंधन पर एक दिवसीय कार्यशाला सम्पन्न
जल संसाधन विभाग के सचिव डॉ. तिवारी ने कार्यशाला के माध्यम से
जल संसाधन मंत्री के संदेश को लोगों तक पहुंचाया

जल संसाधन मंत्री श्री बृजमोहन अग्रवाल ने केन्द्र सरकार द्वारा शुरू किए गए जल क्रांति अभियान के तहत छत्तीसगढ़ में  पानी के संरक्षण और उसके समुचित उपयोग के लिए जनभागीदारी का आव्हान किया है। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ में जल क्रांति अभियान के लिए प्रत्येक जिले में दो गांवों के मान से कुल 54 गांवों का चयन किया गया है। केन्द्र सरकार के मापदंड के अनुसार संबंधित जिलों के पानी के सर्वाधिक कमी वाले गांव का चयन किया गया है। जल संसाधन मंत्री श्री अग्रवाल ने राजधानी रायपुर में ‘सहभागिता सिंचाई एवं जल प्रबंधन’  विषय पर कल आयोजित एक दिवसीय कार्यशाला के लिए दिए गए अपने संदेश में यह आव्हान किया है। केन्द्रीय जल बोर्ड उत्तर मध्य छत्तीसगढ़ क्षेत्र रायपुर, राज्य शासन के जल संसाधन विभाग तथा नदी विकास एवं गंगा संरक्षण मंत्रालय केन्द्र सरकार द्वारा संयुक्त रूप से राज्य शासन के जल संसाधन विभाग के राजधानी रायपुर स्थित टेªनिंग सेंटर में जल क्रांति अभियान के तहत इस कार्यशाला का आयोजन किया गया। जल संसाधन विभाग के सचिव डॉ. बी.एल. तिवारी ने कार्यशाला में जल संसाधन मंत्री श्री बृजमोहन अग्रवाल के संदेश को सुनाया।  कार्यशाला में जल क्रांति अभियान के तहत छत्तीसगढ़ में चुने गए 54 गांवों के जल मित्र और नीर नारियों ने हिस्सा लिया।

कार्यशाला में मुख्य अतिथि के रूप में जल संसाधन विभाग के सचिव डॉ. बी.एल. तिवारी ने जल संसाधन मंत्री के संदेश को पढ़ते हुए बताया कि उन्होंने सभी जिलों में बनाए गए नोडल अधिकारियों को पूरी संवेदनशीलता के साथ कार्य करने के निर्देश दिए हैं। इस अभियान के लिए जल संसाधन विभाग, कृषि विभाग, पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग तथा लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के आपसी समन्वय से कार्य-योजना तैयार की गई है।  आम जनता में सिंचाई के लिए पानी को संरक्षित करने तथा जल सुरक्षा नीति एवं योजना और प्रबंधन के विषय में जन जागरूकता लाने के उद्देश्य से इस कार्यशाला का आयोजन किया गया है। जल क्रांति अभियान के तहत चयनित गांवों में सहभागिता सिंचाई एवं जल प्रबंधन के लिए सभी हितग्राहियों को शामिल कर अभियान को जन आंदोलन का रूप दिया जाए।
कार्यशाला में विषय विशेषज्ञों ने जल मित्रों और नीर नारियों को पानी को बचाने के विभिन्न तरीकों और उसके समुचित उपयोग की सरल ढंग से जानकारी दी गई। केन्द्रीय भूमि जल बोर्ड रायपुर द्वारा छत्तीसगढ़ में पहली बार इस तरह की कार्यशाला सह प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यशाला में जल संसाधन मंत्रालय भारत सरकार, जल संसाधन विभाग छत्तीसगढ़ शासन एवं स्वायत्त संस्थाओं के प्रशिक्षित अधिकारियों ने कार्यशाला में सिंचाई सहभागिता एवं जल प्रबंधन के संबंध में बारिकी से जानकारी दी।

कार्यशाला में नदी विकास एवं गंगा संरक्षण मंत्रालय भारत सरकार के क्षेत्रीय निदेशक श्री सी.पॉल प्रभाकर जल संसाधन विभाग छत्तीसगढ़ शासन के प्रमुख अभियंता श्री एच.आर. कुटारे, सर्वे ऑफ इंडिया क्षेत्रीय कार्यालय रायपुर के निदेेशक श्री एम स्टालिन, क्षेत्रीय निदेशक श्री सुनील कुमार राजीव गांधी प्रशिक्षण अनुसंधान रायपुर के क्षेत्रीय निर्देश श्री एके अग्रवाल विशेष रूप से उपस्थित थे।