Raigarh News: छत्तीसगढ़ में भगवान राम (Lord Ram) की महिमा की गंगा बह रही है। रायगढ़ में राष्ट्रीय रामायण हो रहा है। पूरा छत्तीसगढ़ राममय हो गया है। पर क्या आप जानते हैं भगवान राम का रायगढ़ जिले से क्या नाता रहा है। राम के अस्तित्व को लेकर तरह तरह की बात होते रहती हैं। कुछ इसे काल्पनिक बताते हैं तो अधिकांश इसे हकीकत मानते हैं। इसलिए अक्सर भगवान राम के अस्तित्व से जुड़े कुछ प्रमाण मिलते हैं तो देशभर में जमकर चर्चा जरूर होती है। एक मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) के घने जंगलों में मिला, जिसने इतिहासकारों और वैज्ञानिकों के माथे पर शिकन ला दी है। इस हजारों साल पुरानी तस्वीर को भगवान राम और रावण के बीच हुए युद्ध की कहानी माना जा रहा है।
छत्तीसगढ़ के रायगढ़ जिले के ओंगना पहाड़ियों में कुछ शैलचित्र हैं। मान्यता के अनुसार इस शैलचित्र में रामकथा का चित्रण है। यहां 10 सिरों वाले एक व्यक्ति का युद्ध एक युवक से होता दिखाया गया है। लोक अनुश्रुति है कि दस सिर वाला व्यक्ति रावण है और उनसे युद्ध कर रहे व्यक्ति भगवान राम हैं। इस तस्वीर को लेकर कई दावे किए जाते हैं, लेकिन पहली बार इस शैलचित्र की रायगढ़ में होने राष्ट्रीय रामायण महोत्सव में प्रस्तुति होगी। इसलिए इस तस्वीर की चर्चा बढ़ गई है।
रायगढ़ के ओंगना पहाड़ियों में है दशानंद और श्री राम की शैलचित्र
आपको बता दें कि प्राचीन इतिहास के प्रमाण के लिए रायगढ़ को खजाना माना जाता है। हजारों साल पुराने चित्र पहाड़ियों में देखने को मिल जाएंगे। जो तत्कालीन समाज के जीवनशैली से परिचय कराते हैं। साथ भगवान राम और रावण के शैलचित्र भी इन दिनों चर्चा में है और ये चित्र रायगढ़ जिले के सुदूर वनांचल में बसे धरमजयगढ़ विकासखंड से 8 किमी दूर ओंगना पहाड़ी स्थित है। यहां पर कई और शैलचित्र बने हुए हैं। जिनमें एक चित्र ऐसा भी है जिसमें दस सिर वाला व्यक्ति दूसरे व्यक्ति से युद्ध करता दिखाई दे रहा है, वहीं पास में एक महिला भी खड़ी है।
जानकर बताते हैं कि हजारों साल पहले बने ओंगना पहाड़ी के इन शैलाश्रयों में बने चित्र जनश्रुतियों के अनुसार तब के समाज में रामायण के प्रभाव को प्रदर्शित करते है। रामायण की गाथा प्राचीनकाल से पीढ़ी दर पीढ़ी पूरे भक्तिभाव से सुनी जाती रही है। देश के विभिन्न भागों में इसके विभिन्न स्वरूप प्रचलित हैं, लेकिन पुरातात्विक अवशेषों के रूप में रामायण प्रसंग का उल्लेख दुर्लभ है।
क्या है छत्तीसगढ़ से भगवान राम का नाता?
इतिहासकार बताते है कि रामायण काल में वर्तमान छत्तीसगढ़ को दक्षिण कौशल के नाम से जाना जाता था। माना जाता है की भगवान राम अयोध्या से वनवास के लिए निकले तो उन्होंने अपने ननिहाल में सबसे ज्यादा समय बिताया। भगवान राम का ननिहाल यानी वर्तमान छत्तीसगढ़ को माना जाता है क्योंकि रायपुर से 30 किलोमीटर माता कौशल्या का एकमात्र मंदिर है। माता कौशल्या दक्षिण कौशल के राजा भानुमंत की बेटी थी।