मनेन्द्रगढ़. सामाज में रूढ़िवादी परम्परा अब भी हावी है। इसका जीता जागता उदाहरण बुधवार को छत्तीसगढ़ के मनेन्द्रगढ़ जिले में देखने को मिला। जहां एक महिला को प्रेम विवाह करने के बाद पति को कंधा देने वाले रिश्तेदार तक नहीं मिले।
अपनो ने जब बेसहारा बना दिया तो मनेन्द्रगढ़ सिटी कोतवाली पुलिस सहारा बनी
सिटी कोतवाली प्रभारी ने पुलिसकर्मियों के साथ मृतक का अंतिम संस्कार उसके 2 साल के बच्चे और पत्नी की मौजूदगी में किया। सिटी कोतवाली प्रभारी सचिन सिंह 2 साल के दुधमुँहे बच्चे के साथ शव को आग देते हुए नजर आए।
मंगलवार की रात लगभग 8 बजे कोरबा जिले के पोड़ी उपरोड़ा के अमलीबहरा की रहने वाली सविता सिंह मनेन्द्रगढ़ थाने शव वाहन के साथ पहुंची और सिटी कोतवाली प्रभारी सचिन सिंह के सामने अपना दर्द बयां करते हुए बताया कि उसके पति जिस से उसने प्रेम विवाह किया था मध्यप्रदेश के ग्वालियर जिले के जखारा का रहने वाला निक्की वाल्मीकि के शव के साथ वह आई है। प्रेम विवाह करने के कारण परिवार वालो से दूरी है। तब कोतवाली प्रभारी ने रोती हुई महिला को चुप करा कर अंतिम संस्कार कराने की बात कही।
बुधवार सुबह सिटी कोतवाली प्रभारी सचिन सिंह अपने थाना स्टाफ के साथ अंतिम संस्कार की तैयारियों में लग गए और पुलिसकर्मियों को लेकर सुबह मुक्तिधाम पहुंचे वहां हिन्दू रीति रिवाज के साथ मृतक के दो साल के बच्चे को गोद मे लेकर मृतक को आग दिया और अंतिम संस्कार की प्रक्रिया पूरी करवाई।