रूपयो के आभाव में गरीब महिला की मौत
पैसो की कमी नही पहुच सकी रायपुर और हुई मौत
कोरिया (बैंकुण्ठपुर से J. S. ग्रेवाल)
आग से बुरी तरह से झुलसी एक गरीब महिला की जिला अस्पताल में गुरुवार की सुबह मौत हो गई। मृतिका के मायके वालों का कहना है कि उपचार के लिए रायपुर रेफर किया गया था, लेकिन रायपुर जाने के लिए एंबुलेंस स्टाफ ने 4 हजार की मांग की थी। रुपए की व्यवस्था नहीं होने के कारण महिला को रायपुर नहीं ले गए। इससे महिला की मौत हो गई। महिला की मौत से उसकी डेढ़ साल की मासूम कोमल से मां का प्यार छीन गया।
मनेंद्रगढ़ की अटल आवास निवासी ऊषा केंवट उर्फ पप्पी पति अमर केंवट 4 फरवरी को शाम करीब 7 बजे अपने घर में खाना बनाते समय आग से 95 फीसदी झुलस गई थी। परिजन ने महिला को तत्काल सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र मनेंद्रगढ़ भर्ती कराया था। इस दौरान महिला को बैंकुण्ठपुर स्थित जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया।
जिला अस्पताल में तीन दिन उपचार के बाद अंबिकापुर रेफर कर दिया गया। अंबिकापुर अस्पताल में तीन दिन उपचार के बाद रायपुर रेफर कर दिया गया। महिला के भाई संतोष कुमार ने बताया कि एंबुलेंस स्टाफ ने महिला को रायपुर ले जाने 4 हजार और बिलासपुर ले जाने 3 हजार की मांग की।
रुपए की व्यवस्था नहीं होने के कारण महिला के परिजन ने उस जनकपुर मायके ले आए। परिजन की ओर से मामले में पुलिस को जानकारी देने पर महिला को दोबारा जिला अस्पताल भर्ती कराने कहा गया। परिजनों ने महिला को दोबारा जिला अस्पताल 10 फरवरी को रात 3 बजे भर्ती कराया था। इस दौरान अस्पताल के डॉक्टरों ने महिला को रात में ही रायपुर रेफर कर दिया था। परिजन रातभर एंबुलेंस स्टाफ से बातचीत की।
इस दौरान एंबुलेंस स्टाफ ने रायपुर ले जाने 4 हजार मांगा। परिजनों ने पैसों की व्यवस्था नहीं होने पर महिला को रायपुर लेकर नहीं गए और 11 फरवरी सुबह करीब 10 बजे उसकी मौत हो गई। अस्पताल प्रबंधन ने शव का पीएम कर परिजनों को सौंप दिया।