पहाड़ी कोरवा दंपत्ति की आत्महत्या का मामला: BJP नेताओं ने की राज्यपाल से मुलाकात, न्यायिक जांच की मांग

रायपुर. 2 अप्रैल को जशपुर में पहाड़ी कोरवा दंपत्ति ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी। जिसके बाद बीजेपी ने जांच समिति बनाई और इस पूरे मामलें की जांच की। बीजेपी जांच समिति ने आत्महत्या की वजह भूख को बताया। नेता प्रतिपक्ष नारायण चंदेल ने बताया कि भूख के कारण पहाड़ी कोरवा दंपत्ति ने आत्महत्या की। इसकी न्यायिक जांच की मांग को लेकर भाजपा विधायक व सांसद आज सपमवार को राजभवन पहुंचे। राज्यपाल विश्व भूषण हरिचंदन से बीजेपी नेताओं ने मुलाकात किया और पहाड़ी कोरवा की सामुहिक आत्महत्या के मामले को लेकर बात रखी। नेता प्रतिपक्ष नारायण चंदेल, पूर्व मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह, पूर्व नेताप्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक सहित विधायक सांसद राजभवन पहूंचे।

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तकरीबन आधे घंटे तक बीजेपी नेताओं की राज्यपाल से मुलाकात चली। मुलाकात के बाद पूर्व मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा चार पहाड़ी कोरवा की मौत काफी दर्दनाक घटना है। मुख्यमंत्री ने उनसे मिलने का कार्य अब तक नहीं किया है। वर्तमान में जांच और पीएम रिपोर्ट की समय सीमा तय करके उसे मंगवाया गया है। जब तक इस घटना की सूक्ष्म जांच नहीं होगी तब तक सच्चाई सामने नहीं है आएगी। घटना के बाद मुख्यमंत्री को अपने पद में रहने का अधिकार नहीं है। हमने राज्यपाल के पास चिंता व्यक्त किया और बताया कि आतंक फैलाने की कोशिश कर रहे है।

वही नेता प्रतिपक्ष नारायण चंदेल ने कहा – राज्य सरकार द्वारा कोई रोजगार मूलक काम नहीं किया। निश्चित रूप से उन्हें खाद्यान्न नहीं मिल पा रहा है, दुरुस्त अंचलों में कोई भी विकास के कार्य नहीं चल रहे है, राज्य सरकार के राज में अगर इस प्रकार की मौत होती है तो प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को अपने पद पर रहने का कोई नैतिक अधिकार नहीं है। राष्ट्रपति को ज्ञापन सौंपने पर कहा कि राज्यपाल से निवेदन किया है हमने इसके लिए पूर्ण रूप से राज्य सरकार जिम्मेदार है। मुख्यमंत्री 6 अप्रैल को जशपुर जिले में गए थे, मुख्यमंत्री के पास इतनी फुर्सत नहीं है कि वह 10 मिनट जाकर परिवार से मिले, यह मुख्यमंत्री द्वारा संवेदनहीनता की पराकाष्ठा है।