धमतरी. छत्तीसगढ़ किसान यूनियन द्वारा आज चक्काजाम और जेल भरो आंदोलन किया गया। धमतरी के अंबेडकर चौक में एनएच 30 पर किसानोंआंदोलन करने वाले थे लेकिन इसी बीच आंदोलन से पहले ही चक्काजाम फेल हो गया। किसान यूनियन की मांग है कि गंगरेल बांध से किसानों को पानी दिया जाए और अघोषित बिजली कटौती समस्या को दूर किया जाए। दोपहर साढ़े बारह आंदोलन किसानों ने शुरू किया लेकिन चक्काजाम नही कर पाए क्योंकि एनएच 30 पर उतरते ही पुलिस ने किसानों को हिरासत में ले लिया। आंदोलन में बैठे किसान नेताओ को रोड से हटाया गया, पुलिस बस में ठूसा गया। किसान एक मिनट भी चक्काजाम नही कर पाए। यूनियन ने गांधी मैदान में जेल भरो का प्लान भी बनाया था।
बता दें कि, इससे पहले भी लो वोल्टेज, बिजली कटौती, गंगरेल बांध से सिंचाई व निस्तारी पानी छोड़ने की मांग को लेकर किसान यूनियन (Kisaan Union) प्रदर्शन कर चुका है। 15 दिन पहले ही डिप्टी कलेक्टर को ज्ञापन सौंपकर तत्काल बांध से सिंचाई व निस्तारी पानी छोड़ने की मांग की है। मांगे पूरी नहीं होने पर किसानों न गंगरेल बांध में जल सत्याग्रह करने की चेतावनी भी दी थी।
किसानों ने अपनी पीड़ा बताते हुए कहा कि इस साल रबी सीजन में धान फसल बोने के बाद सिंचाई बोर पंपों में पानी की रफ्तार कम हो गई है। समय से पहले ही भू जलस्तर नीचे चला गया है, ऐसे में कई किसानों के धान फसल मर जाएगी इसलिए गंगरेल बांध से सिंचाई व निस्तारी पानी बेहद जरूरी है। साथ ही गांवों में गर्मी शुरू होने से पहले विद्युत कटौती और लो वोल्टेज की समस्या भारी है, इससे किसान परेशान है। किसानों ने अपनी इन समस्याओं के हल करने की मांग की है।
रबी सीजन में धमतरी जिले के किसानों ने करीब 55 से 60 हजार हेक्टेयर पर धान फसल की खेती की है। पूरा खेती बोर सिंचाई पंपों के भरोसे हैं। जिले में 54 हजार सिंचाई बोर पंप है। इसमें से कई किसानों के बोर पंप फरवरी माह में ही हाफने लगा है, जबकि अभी धान फसल को तैयार होने में समय लगेगा। सिंचाई पानी के अभाव में कई किसानों के धान फसल मर जाएगी। डोमा-गुजरा, बगौद, कलारतराई, अमेठी क्षेत्र में कुछ किसानों के धान फसल सिंचाई पानी के अभाव में मर गई।