बलौदाबाजार. जिले में एक बडा़ मामला सामने आया है। जब स्कुल में पढ़ने वाली छात्रा के हाथ में हुए फुंसी को नीम हकीम डाक्टर ने चीरा लगा उसका नस ही काट दिया और महीनों उसका ईलाज करता रहा। घटना सामने आने के बाद एसडीएम बलौदाबाजार ने नीम हकीम डाक्टर के दवाखाना को सील कर दिया है और आगे की कार्यवाही मे जुट गयी है। मामला तब सामने आया जब स्कूल के प्रधानाध्यापक सुनील तिवारी ने छात्रा के हाथ से खुन बहते देखा और कारण पुछा तब छात्रा ने बलौदाबाजार के बंगाली डाक्टर से ईलाज की बात बताई। तब प्रधानाध्यापक ने छात्रा को जिला हॉस्पिटल लेकर गये जहाँ उसके हाथ का छोटा ऑपरेशन किया गया फिलहाल छात्रा स्वस्थ है।
घटना के संबंध में एसडीएम रोमा श्रीवास्तव ने बताया कि प्रधान पाठक ने शिकायत दर्ज कराई थी जिसके बाद बलौदाबाजार के जुडी हर्बल दवाखाना में छापा मारा गया जहाँ ईलाज कर रहे कथित डाक्टर के पास कोई डिग्री नहीं है तथा वह फर्जी तरीके से MBBS की बोर्ड मे डिग्री लिखा ईलाज कर रहा था। वही बड़ी मात्रा मे प्रतिबंधित दवाईयां भी मिली है, जिन्हें जप्त किया गया है और अभी उसके दवाखाना को सील कर दिया गया है तथा जांच कार्यवाही कर एफआईआर दर्ज कराई जायेगी।
प्रधानाध्यापक सुनील तिवारी ने बताया कि छात्रा मेरे स्कूल में पढ़ती है एक दिन उसके हाथ से खुन बहते देखा पुछने पर बलौदाबाजार के बंगाली डाक्टर से ईलाज करने की बात बताई जिसके बाद उसे जिला चिकित्सालय ले गया जहाँ डाक्टर ने चेक अप के बाद उसका आपरेशन किया है इसकी शिकायत मैने मुख्य चिकित्सा अधिकारी एवं एसडीएम को दी जिस पर एसडीएम द्वारा उसके दवाखाना को सील किया गया है। मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा एम पी महेश्वर ने बताया कि शिकायत मिलने पर कार्यवाही की गई है तथा आगे जांच की जा रही है फिलहाल उसके पास कोई डिग्री नहीं मिली है तथा प्रतिबंधित दवाईयां भी मिली है जिसपर कार्यवाही की जा रही है तथा जांच उपरांत एफआईआर कर बड़ी कार्रवाई की जायेगी। इंसपेक्टर किशोर ठाकुर ने बताया कि दवाखाना संचालक के पास कोई वैध लायसेंस नहीं मिला है और बहुत सारी ऐसी दवाईयां मिली है जो प्रतिबंधित है इनकी जांच की जा रही है और कार्यवाही की जायेगी।
बता दें कि जिले ही नहीं पूरे प्रदेश मे ऐसे नीम हकीम डाक्टर की बाढ़ सी आ गयी है जहाँ ग्रामीण ईलाज कराते है वही इनके ईलाज से अक्सर लोगों की जान आफत मे आ जाती है। ग्रामीण भी मजबुरी वश उनके पास ईलाज कराते है कारण नर्सिंग होम की बड़ी फीसों के साथ उनकी गरीबी सामने आती है। यह जरूर है कि बलौदाबाजार जिले मे शासकीय स्वास्थ्य सेवा का विस्तार हुआ है और लोगों को सुविधा मिली है पर आज भी गाँव गाँव मे ऐसे नीम हकीम है जो लोगों की जान से खिलवाड़ करते रहते हैं वही मामला सामने पर प्रशासन थोड़ी बहुत कार्यवाही जरूर कर देती है। देखना अब होगा कि स्कुली छात्रा के साथ घटी इस घटना के बाद प्रशासन क्या कठोर कार्यवाही करती है।