Raipur…मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की अध्यक्षता में कांग्रेस विधायक दल की बैठक संपन्न हुई। विधानसभा की कार्रवाई में एक तरफ सरकार को घेरने बीजेपी रणनीति बना रही तो दूसरी तरफ विपक्ष के सवालों का जवाब देने सत्ता पक्ष भी अपनी रणनीति बना रहा। उसी सिलसिले में कांग्रेस विधायक दल की बैठक काफी महत्वपूर्ण रही। बैठक को लेकर कृषि मंत्री रविंद्र चौबे ने कहा सरकार जवाब देने के लिए पूरी तरीके से तैयार है। राज्यपाल के अभिभाषण में चर्चा के लिए सभी विधायकों को उपस्थित रहने दे निर्देश दिए हैं। बजट का साइज इस साल बड़ा रहेगा। महाअधिवेशन के सफल आयोजन के लिए सभी विधायकों ने मुख्यमंत्री को बधाई दी।
वही विपक्ष के बयान पर भी कृषि मंत्री ने पलटवार किया है। दो-दो हाथ करने वाले अजय चंद्राकर के बयान पर मंत्री रविंद्र चौबे ने पलटवार करते हुए कहा कि उस भाषा का उपयोग तो मैं नहीं कर सकता। दो-दो हाथ हमेशा मैदान में होता है। 71 बहुमत कि अगर सरकार है दो-दो हाथ में कौन चारों खाने चित अपने आप में स्पष्ट है। सदन में कोई भी प्रश्न आएगा तो सरकार उसका उत्तर देगी। सदन में केवल नारेबाजी किया जाएगा उसका कोई उत्तर होता नहीं है। सदन के अंदर बहस का जो स्तर है उसको बनाकर रखें।
वही बैठक के बाद मंत्री टीएस सिंह देव का बयान भी सामने आया है। बाबा ने कहा कि विधानसभा सत्र के लिए रणनीति बनायीं गयी हैं। सब की जवाबदेही, सभी के अटेंडेंस के संदर्भ में और मजबूती से जवाब देने और अच्छे से तैयारी के साथ भाग ले।बीजेपी विधायक दल की बैठक पर सिंहदेव बोले अपने ही गवर्नर पर हमला कर रहे हैं। इस प्रकार मैंने कभी नहीं देखा की गवर्नर को बोलने से रोका गया हो। अगर सरकार ने गलत जानकारी दी है तो गवर्नर को बोलने से रोकने का औचित्य नहीं था। प्रधानमंत्री के कहने पर ही राष्ट्रपति ने नियुक्त किया होगा इनकी आपस में ही बात नहीं हो पाती। अजय चंद्राकर के बयान पर सिंह देव बोले फील्ड में वह पकड़ नहीं बना रहे हैं इसलिए उनका फ्रस्ट्रेशन साफ तरीके से दिख रहा है। जब कोई फिल्ड में पकड़ नहीं बना पाते तो वह इस तरीके की बातें करते है।
वही रमन सिंह को लेकर सिंहदेव ने कहा कि अगर ऐसा है तो कानूनी धाराएं हैं आगे बात करनी चाहिए।कानून और आईपीसी की धाराओं के तहत अगर उनको लगता है कि अवमानना है बिल्कुल कार्यवाही करनी चाहिए। टी एस सिंह देव ने विपक्ष पर निशाना साधा कहा कि विपक्ष के पास कहने को कुछ नहीं रह गया है। जनता को यह क्या जवाब देंगे खुद अपने आप को कोने में घेर लिया हैं। जनता के सामने किस विषय को लेकर जाएंगे। सरकार ने बहुत काम किए हैं इनके पास मुद्दे नहीं है। इनके लाइन आप देख लीजिए क्या-क्या घोषणाएं की थी और कितने पूरे हुए।