रायपुर. होली का त्योहार अब करीब हैं। छत्तीसगढ़ में हर्बल गुलाल की डिमांड सबसे ज्यादा होती हैं जो यही छत्तीसगढ़ में तैयार होती है। राजधानी में महिला समूह कई प्रकार के हर्बल गुलाल तैयार कर रही है। रायपुर के छेड़ीखेड़ी में उजाला ग्राम संगठन की महिलाएं गुलाब के फूल, गेंदा का फूल, हल्दी से हर्बल गुलाल तैयार किया जा रहा। यहां छेड़ीखेड़ी में महिला समूह द्वारा वेस्ट चीजों का इस्तेमाल कर उसे बेस्ट बनाने पर अधिक काम किया जाता है। औऱ इसी क्रम में जो गुलाब के फूल प्रियंका गांधी के स्वागत में सड़कों पर 6000 हजार किलो फूप बिछाए गए थे उसी फूलों से अब हर्बल गुलाल तैयार किये जायेंगे। बता दे कि, सड़कों से फूलों की पंखुड़ियों को इकठ्ठा करके छेड़ीखेड़ी स्थित मल्टी यूटिलिटी सेंटर पहुँचा दिया गया हैं।
संग़ठन की महिला ईश्वरीय डहरिया ने बताया कि इस बार सबसे अधिक गुलाब की पत्तियों के गुलाल बनेंगे प्रियंका गांधी के स्वागत में जो गुलाब की पंखुड़ियों को सड़को पर बिछाए गए थे उससे गुलाल बनाने का ऑर्डर मिला है। फिलहाल, उसे सुखाने के लिए रखा गया है। सूखने के बाद पीस कर उसमें थोड़ा चंदन पावडर मिलाया जाएगा। उसके बाद पैकेजिंग के लिए भेजा जाएगा। होली के पहले तक बाजार में उपलब्ध होगा।
बता दें कि, पैरों और गाड़ियों से रौंदे गए। गुलाब से गुलाल बनाने पर पूर्व मंत्री राजेश मूणत ने सवाल उठाया हैं। मूणत ने ट्वीट कर सनातन का अपमान बताया हैं और मुख्यमंत्री को सीधे टारगेट किया है। मूणत ने ट्वीट में लिखा- सनातनी धार्मिक मान्यताओं के अनुसार “होलिका दहन” के दूसरे दिन “धुरेड़ी” पर रंगोत्सव का आगाज़ सर्वप्रथम देवी-देवताओं को रंग अर्पित करके, फिर बड़े बुजुर्गों को लगाकर किया जाता है! @bhupeshbaghel जी सड़कों पर रौंदे गए फूलों से बना गुलाल आप ईश्वर को अर्पित कर पाएंगे? पौराणिक काल से ही पहले देवी-देवताओं को अबीर-गुलाल अर्पित कर दिन की शुरुआत की जाती हैं। होली के पवित्र मौके पर कांग्रेस की @priyankagandhi को अर्पित,सड़कों पर कुचले गए फूलों का इस्तेमाल, सनातन का अपमान होगा!एकबार फिर @INCIndia की सनातन विरोधी मानसिकता उजागर हो गई है।