अनिल उपाध्याय/सीतापुर….चार साल पूर्व कोटवार संघ के प्रांतीय अधिवेशन में मुख्यमंत्री द्वारा किया गया वादा याद दिलाने कोटवार संघ ने वादा निभाओ रैली निकाली। इस दौरान कोटवार संघ ने एक दिवसीय धरना प्रदर्शन कर अपनी दो सूत्रीय मांगों के समर्थन में एसडीएम को ज्ञापन सौपा।
विदित हो कि, प्रांतीय कोटवार एसोसिएशन के आह्वान पर कोटवार संघ ने चार साल पूर्व कोटवारों के प्रांतीय अधिवेशन में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल द्वारा किया वादा याद दिलाने वादा निभाओ रैली निकाली। इस दौरान कोटवार संघ ने अपनी मांगों के समर्थन में एक दिवसीय धरना प्रदर्शन भी किया। धरना प्रदर्शन के दौरान कोटवार संघ ने कहा कि उड़ीसा महाराष्ट्र एवं झारखंड जैसे पड़ोसी राज्यों में कोटवारों को शासकीय कर्मचारी का दर्जा प्राप्त है। जिसके आधार पर उन्हें सम्मानजनक वेतन एवं शासन की सभी सुविधाओं का लाभ प्राप्त हो रहा है। जबकि छत्तीसगढ़ जैसे संपन्न राज्य में कोटवारों को यह सुविधा प्रदान नही है। जिसकी वजह से कोटवारों को न सम्मानजनक वेतन मिल रहा है और न ही शासन की अन्य सुविधाओं का लाभ प्राप्त हो रहा है।
छत्तीसगढ़ में भी यह सुविधा बहाल कराने 23 फरवरी 1993 को प्रदेश की राजधानी रायपुर में कोटवार संघ का प्रांतीय अधिवेशन आयोजित हुआ था। जिसमे शामिल होने आए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कोटवारों को शासकीय कर्मचारी का दर्जा एवं कोटवारों को दी गई भूमि का भूस्वामी हक देने का वादा किया था। चार साल होने को है। सरकार ने कोटवारों से किया अपना वादा आज तक पूरा नही किया है। जिससे पूरे प्रदेश के कोटवारों में मायूसी छाई हुई है। जिसको लेकर प्रांतीय निकाय के आह्वान पर तहसील कोटवार संघ ने मुख्यमंत्री को अपना वादा याद दिलाने वादा निभाओ रैली निकाली।
इस दौरान एक दिवसीय धरना प्रदर्शन करते हुए कोटवार संघ ने शासकीय कर्मचारी का दर्जा देते हुए राजस्व विभाग में संविलियन एवं कोटवारी भूमि का भूस्वामी हक देने की मांग करते हुए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के नाम एसडीएम को ज्ञापन सौंपा।इस अवसर पर काफी संख्या में कोटवार उपस्थित थे।