Raipur: आरक्षण विधेयक पर हस्ताक्षर अभी भी बाकी हैं। राज्यपाल के हस्ताक्षर विधेयक पर नहीं हुए हैं और इसी बीच राज्यपाल का एक बड़ा बयान सामने आया हैं। उन्होंने बहुत ही कम शब्दों में कहा कि अभी मार्च तक इंतजार करिए। पत्रकारों द्वारा आरक्षण पर पूछे गए सवाल पर उन्होंने बस इतना ही कहा। बता दें कि, मैक कॉलेज के एनुअल फंक्शन में राज्यपाल पहुंची हुई थी। ये बयान उन्होंने वही दिया हैं।
आरक्षण के विषय पर रविवार को हेलिपैड में चर्चा करते हुए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा था कि आदिवासी की बेटी ही राज्यपाल हैं। लेकिन काम क्या कर रही हैं। आरक्षण विधेयक पास हो गया लेकिन लाभ नहीं मिल पा रहा। धर्मांतरण भाजपा शासनकाल में हुआ है। हमने चुनौती दी है कि प्रूफ कर के दिखाए। सारे चर्च भी उन्हीं के कार्यकाल में बने।
हालांकि, यह राजनीतिक बयानबाजी कोई नई बात नहीं है। यह बहुत पहले से चले आ रही है। जैसे ही आरक्षण विधेयक पास हो उसके बाद से लगातार भारतीय जनता पार्टी कांग्रेस की तरफ से बयानबाजी का दौर जारी था और उसी क्रम में एक और बयान देखने को मिला हैं। फिलहाल लोगों को आरक्षण विधेयक पर हस्ताक्षर का इंतजार है।