Ranchi News: झारखंड में श्रद्धा हत्याकांड जैसा कांड देखने को मिला है। दरअसल, साहिबगंज जिले में पति ने पहले पत्नी की हत्या की। फिर उसके शव के कई टुकड़े कर दिए। जानकारी के मुताबिक, मृतका आदिम पहाड़िया जनजाति की थी। जबकि, आरोपी समुदाय विशेष का है। मृतका ने प्रेम विवाह किया था और बीते कुछ दिनों से साथ में रह रहे थे।
एसपी अनुरंजन किस्पोट्टा ने इस मामले की पुष्टि की है। उन्होंने बताया कि मृतका का नाम रुबिका पहाड़िन था। वह दिलदार नामक शख्स की दूसरी पत्नी थी। दोनों एक दूसरे को पिछले 2 सालों से जानते थे। एसपी ने बताया कि रुबिका पिछले कुछ दिनों से लापता चल रही थी। उसके घर वालों ने थाने में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज करवाई थी। पुलिस ने जब जांच शुरू की तो उसके शव के कई टुकड़े बरामद किए गए। फिलहाल मामले की जांच जारी है।
बता दें, इससे पहले दिल्ली से भी ऐसा ही मामला सामने आया था। जहां आफताब नामक युवक ने अपनी ही लिव-इन पार्टनर श्रद्धा वॉल्कर की बेरहमी से हत्या कर दी थी। फिर उसके शव के 35 टुकड़े कर महरौली के जंगलों में फेंक दिया था। दिल्ली पुलिस ने आफताब को गिरफ्तार कर पूछताछ की थी। इसके बाद महरौली जंगल और गुरुग्राम में उसकी बताई हुई जगह से पुलिस ने शव के कई टुकड़े हड्डियों के रुप में बरामद किए थे। पुलिस को एक मानव जबड़ा भी मिला था। पुलिस ने इस सबकी जांच के लिए CFSL लैब भेजा था। इतना ही नहीं डीएनए टेस्ट के लिए पिता का सैंपल भी लिया गया था। श्रद्धा के पिता के डीएनए से इनका मिलान भी हो गया।
पुलिस पूछताछ में आफताब ने बताया था कि उसने ही श्रद्धा की हत्या की। आफताब श्रद्धा का प्रेमी था। दोनों मुंबई के रहने वाले थे और कुछ दिन पहले ही दिल्ली में शिफ्ट हुए थे। दिल्ली में दोनों महरौली में एक फ्लैट लेकर लिव इन रिलेशन में रह रहे थे। आफताब ने बताया था कि श्रद्धा से उसका 18 मई को झगड़ा हुआ था। इसके बाद उसने श्रद्धा की गला दबाकर हत्या कर दी थी। आफताब ने इसके बाद श्रद्धा के शव के 35 टुकड़े किए थे। आफताब ने इस टुकड़ों को एक फ्रिज में रखा था। वह रोज रात में श्रद्धा के शव के एक टुकड़े को महरौली के जंगल में फेंकने के लिए जाता था।
आफताब श्रद्धा की हत्या के बाद भी उसी फ्लैट में रहता रहा। यहां तक कि वह श्रद्धा का सोशल मीडिया अकाउंट्स भी इस्तेमाल करता रहा, ताकि किसी को उसकी हत्या का शक न हो। आफताब ने श्रद्धा के अकाउंट्स से 54 हजार रुपए भी ट्रांसफर किए थे। श्रद्धा के मोबाइल की लोकेशन और बैंक अकाउंट डिटेल से ही पुलिस आफताब तक पहुंची थी। पुलिस ने 12 नवंबर को आफताब को गिरफ्तार किया था।