रायपुर। मुख्यमंत्री सचिवालय में उप सचिव सौम्या चौरसिया की गिरफ्तारी के बाद मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने तीखे तेवर दिखाए हैं। मुख्यमंत्री ने पहले विधानसभा परिसर में मीडिया से चर्चा में ईडी की कार्रवाई को लेकर निशाना साधा। उसके कुछ देर बाद ट्वीट करके कहा कि जैसा कि मैं कहता रहा हूं, ईडी द्वारा मेरी उप सचिव सौम्या चौरसिया की गिरफ्तारी एक राजनीतिक कार्रवाई है। हम इसके खिलाफ पूरी ताकत से लड़ेंगे। मुख्यमंत्री ने ईडी की कार्रवाई और अधिकारियों के साथ हो रही मारपीट पर कहा कि हम ईडी की सारी जानकारी एकत्रित कर रहे हैं। जहां-जहां वह कार्रवाई कर रहे हैं और उनकी शिकायत मिल रही है, उसकी जानकारी हमारे पास पहुंच रही है। इस मामले की पूरी जानकारी केंद्र सरकार को देंगे। साथ ही राज्य सरकार अपने स्तर पर कार्रवाई करेगी।
बता दें कि राज्य में कोयला परिवहन घोटाले की जांच कर रहे प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने शुक्रवार को राज्य प्रशासनिक सेवा की अधिकारी सौम्या चौरसिया को गिरफ्तार किया। सौम्या को कोर्ट में सीआरपीएफ जवानों के घेरे में लाया गया। कोर्ट परिसर में भारी पुलिस बल तैनात था। क्राइम, साइबर और खुफिया विंग के अधिकारी पल पल के घटनाक्रम पर नजर गड़ाए हुए थे। उन्हें ईडी की विशेष अदालत में पेश किया गया। अदालत ने चार दिन की रिमांड पर सौम्या को ईडी को सौंप दिया है। सौम्या को छह दिसंबर को शाम चार बजे दोबारा कोर्ट में पेश किया जाएगा। मनी लाड्रिंग मामले में राज्य में ईडी ने यह पांचवीं गिरफ्तारी की है। सौम्या को गिरफ्तार कर पहले स्वास्थ्य जांच के लिए आंबेडकर अस्पताल लाया गया।
सौम्या चौरसिया की ओर से पैरवी कर रहे अधिवक्ता फैजल रिजवी ने पत्रकारों को बताया कि सौम्या पर आरोप है कि उन्होंने माता, भाई व रिश्तेदारों के नाम सस्ते दाम पर खरीदी गई जमीनों को महंगे दाम पर बेचकर दूसरी जमीनें खरीदी हैं। यह आयकर के दायरे में आता है। सौम्या का कहना है कि उनके पिता के नाम जो जमीन थी डायवर्सन होने से उसका दाम बढ़ा है। कोयला से उनका कोई कनेक्शन नहीं है।
इस प्रकरण में ईडी ने अब तक आईएएस समीर बिश्नोई, कोयला व्यापारी सूर्यकांत तिवारी, लक्ष्मीकांत तिवारी, सुनील अग्रवाल तथा सौम्या चौरसिया को गिरफ्तार किया है। सौम्या को छोड़ अन्य आरोपित न्यायिक हिरासत में रायपुर सेंट्रल जेल में बंद हैं। सौम्या समेत सभी की रिमांड अवधि छह दिसंबर को पूरी हो रही है। सबको एक साथ कोर्ट में पेश किया जाएगा।