नई दिल्ली. ‘कोरोनरी स्टेंट’ को आवश्यक दवाओं की राष्ट्रीय सूची, 2022 में शामिल कर लिया गया है. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने आवश्यक दवाओं की राष्ट्रीय सूची (एनएलईएम) 2022 में ‘कोरोनरी स्टेंट’ को शामिल करने की अधिसूचना जारी कर दी है. यह कदम इन जीवनरक्षक चिकित्सा उपकरणों को और अधिक किफायती बनाने में मदद करेगा. यह कदम आवश्यकता के आधार पर सूची में स्टेंट को शामिल करने की समीक्षा के लिए गठित एक विशेषज्ञ समिति की सिफारिशों पर आधारित है.
राष्ट्रीय औषधि मूल्य निर्धारण प्राधिकरण (एनपीपीए) अब कोरोनरी स्टेंट की कीमत निर्धारित करेगा. चिकित्सा पर स्थायी राष्ट्रीय समिति (एसएनसीएम) ने छह नवंबर को कोरोनरी स्टेंट को आवश्यक दवाओं की राष्ट्रीय सूची (एनएलईएम), 2022 में दो श्रेणियों – बेयर मेटल स्टेंट (बीएमएस) और ड्रग एल्यूटिंग स्टेंट में शामिल करने के लिए अपनी सिफारिश प्रस्तुत की थी. ‘कोरोनरी स्टेंट’दवा का इस्तेमाल ह्रदय रोगों के उपचार में होता है.
एसएनसीएम की बैठक के ब्योरे के मुताबिक, उपाध्यक्ष डॉ. वाई. के. गुप्ता ने बताया कि कोरोनरी स्टेंट को पहले भी एक विशेषज्ञ समिति की सिफारिशों के आधार पर अधिसूचना के जरिए एनएलईएम-2015 में भी शामिल किया गया था. आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि जहां तक दवाओं का सवाल है, एसएनसीएम ने एनएलईएम-2022 पर अपनी रिपोर्ट सौंप दी है और सरकार ने इसे स्वीकार भी कर लिया है.
उन्होंने कहा, ‘विशेषज्ञ समिति की सिफारिशों के बाद, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने आवश्यक दवाओं की राष्ट्रीय सूची (एनएलईएम), 2022 में कोरोनरी स्टेंट को शामिल करने की अधिसूचना जारी की है.’ गत 13 सितंबर को जारी की गई आवश्यक दवाओं की राष्ट्रीय सूची में शामिल की गईं 34 नई दवाओं में कई कैंसर रोधी दवाएं, एंटीबायोटिक्स और टीके शामिल थे. इसके तहत ऐसी दवाओं की कुल संख्या 384 हो गई.