Murder Case In Mahasamund : स्वास्थ्य कर्मी की हत्या के गुत्थी को पुलिस ने सुलझा ली है। स्वास्थ्य कर्मी की हत्या किसी और ने नहीं बल्कि उसकी 25 साल की छोटी पत्नी ने की थी। पुलिस अधीक्षक भोजराम पटेल इस घटना को गंभीरता से लेते हुए 4 टीम का गठन किया। जिसमें टीम 1 पर निरीक्षक अशोक विष्णव थाना प्रभारी खल्लारी, टीम 2 पर उपनिरीक्षक संजय राजपूत प्रभारी साइबर सेल, टीम 3 पर सहायक उपनिरीक्षक प्रकाश नंद, टीम 4 पर सहायक उप निरीक्षक ललित चंद्रा को अलग-अलग कार्यों में लगाया गया था। फिलहाल, पुलिस ने आरोपी पत्नी को गिरफ्तार कर लिया है।
दरअसल, खलारी थाना क्षेत्र के तमोरा गांव में 25 सितंबर की रात राजकुमार दीवान की हत्या हो हुई थी। राजकुमार स्वास्थ्य विभाग में कर्मचारी थे। जब हत्या हुई, तब साथ में राजकुमार की पत्नी भुनेश्वरी थी। उसने परिजनों को बताया कि पति का शरीर अनजान बीमारी से अलग-अलग जगह से फट रहा है।और शरीर से खून निकल रहा है। पुलिस को भी ऐसी ही सूचना दी गई। जब पुलिस पहुंची, तब राजकुमार घर के बरामदे में लहूलुहान हालत में पड़ा था। उसके बाएं गाल, गले, सीने, कलाई, भुजा और हथेली पर चोट के निशान थे। राजकुमार को हॉस्पिटल ले जाया गया। जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
पीएम रिपोर्ट मैं डॉक्टर ने लिखा कि चाकूनुमा धारदार हथियार से हत्या हुई है। पुलिस ने हत्या का जुर्म दर्ज कर लिया। जिस समय यह घटना हुई थी। उस समय मुनिश्वरी ही साथ में थी। इसलिए पुलिस का संदेह उस पर था। पुलिस ने नजर रखनी शुरू की। गांव में पुलिस की टीम कुछ लोगों से पूछना शुरू किया। इसके बाद कई तरह के कहानियां सामने आए।
पुलिस ने बताया कि, जब से शादी हुई हैं। तब से इन दोनों के बीच परिवारिक विवाद होता था। घटना के रात यानी 25 सितंबर को भी आपस में बहस बाज़ी हुई थी। इसके बाद भुनेश्वरी ने घर के सिलाई मशीन के पास रखी थी। कैंची उठाई और उससे शरीर के कई जगह पर वार किया। राजकुमार आधे घंटे तड़पता रहा। इसी बीच घर का नौकर उठ गया। भुनेश्वरी ने एक कहानी बनाई कि किसी बीमारी के कारण शरीर के अलग-अलग जगह से खून निकल रहा है। भुनेश्वरी ने कैंची को धोकर छुपा दिया था। इसलिए उस समय के लिए लोगों ने मान लिया। पुलिस की पूछताछ के बाद भुनेश्वरी ने अपना जुर्म कबूल किया। इसके बाद पुलिस ने हत्या में इस्तेमाल की गई कैंची को जप्त कर लिया।
एसपी ने बताया कि सीसीटीवी फुटेज कॉल डिटेल की मदद ली गई। पूछताछ के बाद आखिरकार उसने अपना जुर्म कबूल कर लिया।
इस कार्रवाई में एसपी भोजाराम पटेल के मार्गदर्शन में एडिशनल एसपी आकाश राव एवं अनुविभाग पुलिस अधिकारी मंजूलता बाज, प्रतिभा वर्मा, अजय शंकर त्रिपाठी के निर्देश में थाना प्रभारी खल्लारी निरीक्षक अशोक वैष्णव, साइबर सेल प्रभारी संजय सिंह राजपूत, सहायक उप निरीक्षक ललित चंद्र, सहायक उपनिरीक्षक प्रवीण शुक्ला, प्रधान आरक्षक सतीश पांडे महिला प्रधान आरक्षक साइमा खान, आरक्षक रवि यादव अजय जांगड़े, कामता आवडे, छत्रपाल सिन्हा, संतोष कंवारा, महेंद्र यादव, विजय साहू, महिला आरक्षक हेमलता साहू, दुर्गा बोईहार तथा थाना खलारी पुलिस की टीम द्वारा की गई।