Inspection Of Schools in Chhattisgarh: छत्तीसगढ़ में स्कूल शिक्षा विभाग की तरफ से स्कूलों का औचक निरीक्षण किया जा रहा है। इसी क्रम में शिक्षा विभाग के सचिव एस. भारतीदासन रायपुर के मंदिर हसौद हायर सेकेंडरी स्कूल पहुंचे। यहां उन्होंने बच्चों की शिक्षा की गुणवत्ता और प्रबंधन की खामियों के चलते गहरी नाराजगी जताई। स्कूल संचालन की अव्यवस्था के लिए प्राचार्य की दो वेतन वृद्धि और लेक्चरर की एक वेतन वृद्धि तत्काल प्रभाव से रोकने के आदेश दिए हैं। निरीक्षण के दौरान समय पर ड्यूटी पर ना आने के मामले में हायर सेकेंडरी स्कूल मंदिर हसौद के 10 कर्मियों का आधे दिन का वेतन काटने की कार्रवाई भी की गई।
प्राचार्य को लगाई फटकार
हायर सेकेंडरी स्कूल मंदिर हसौद में शैक्षिक और प्रबंधन संबंधी अव्यवस्थाओं को देखकर एस. भारतीदासन ने स्कूल प्राचार्य प्रेमशिला एक्का को कड़ी फटकार लगाई, साथ ही दो वेतन वृद्धि रोकने के आदेश दिए हैं। शासन की तरफ से दिए जाने वाले नि:शुल्क किताबों को बच्चों में ना बांटकर स्कूल में डंप रखने के मामले में लेक्चरर भुवनेश्वरी यादव से जवाब तलब किया और एक वेतन वृद्धि रोकने का आदेश भी दिया। समय पर स्कूल ना पहुंचने वाले 10 कर्मियों की आधे दिन की सेलेरी भी काटी गई है। इनमें प्रमिला वर्मा, एसके वर्मा, माला रानी मिश्रा, स्मृति सिंह, मेघा कुसर, हेमलता दीवान, ओंकेश्वर सोनवारी, संगीता ढीढी, हरिराम धृतलहरे और भूपेन्द्र कुमार के आधे दिन का सैलरी काटा गया है।
गणित और विज्ञान की क्लास
एस. भारतीदासन ने बच्चों के ज्ञान का स्तर परखने के लिए गणित और विज्ञान की क्लास भी ली। बच्चों को मन लगाकर पढ़ाई करने के साथ मेडिकल, इंजीनियरिंग और प्रशासनिक क्षेत्र में करियर बनाने के टिप्स भी दिए। एस. भारतीदासन ने अपनी मौजूदगी में बच्चों किताबें बंटवाई, कई बच्चों का स्कूल में एडमिशन भी कराया। मंदिर हसौद स्कूल के बाद सचिव हायर सेकेंडरी स्कूल परसदा पहुंचे। उन्होंने प्राचार्य को स्कूल प्रबंधन के साथ क्लास लेने, शिक्षा गुणवत्ता पर विशेष रूप से ध्यान देने को भी कहा। छात्रों के सीखने समझने के स्तर का नियमित मूल्यांकन के भी निर्देश दिए। शिक्षा सचिव ने परसदा स्कूल परिसर की स्वच्छता को लेकर खुशी जताई। टीचर्स और बच्चों के स्वच्छता के प्रति जागरूक रहने की सराहना भी की।
लापरवाही पर होगी कार्रवाई
स्कूल शिक्षा विभाग की ओर से 30 जुलाई तक शिक्षा विभाग के अधिकारी अलग अलग स्कूलों में जाकर पढ़ाई और स्कूल की व्यवस्था का जायजा लेंगे, इसके साथ ही स्कूल में पढ़ाई और प्रबंधन को लेकर हो रही लापरवाही के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। शिक्षा विभाग के उच्च अधिकारियों को रिपोर्ट भी सौंपी जाएगी।