रायपुर। स्कूल शिक्षा विभाग के प्रमुख सचिव डा. आलोक शुक्ला का शिक्षकों को लेकर दिए गए वक्तव्य पर विवाद बढ़ता जा रहा है। शिक्षक संगठनों ने इस मामले में मुख्यमंत्री और मुख्य सचिव को पत्र लिखा है। छत्तीसगढ़ टीचर्स एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष संजय शर्मा ने शिक्षकों को निकम्मा कहने पर आपत्ति दर्ज कराई है। उन्होंने मुख्यमंत्री से मांग की है कि शिक्षा गुणवत्ता के लिए शिक्षकों को गैर शिक्षकीय कामों से मुक्त रखा जाए। एसोसिएशन के प्रदेश संयोजक सुधीर प्रधान, वाजिद खान, प्रदेश उपाध्यक्ष हरेंद्र सिंह, देवनाथ साहू, बसंत चतुर्वेदी, प्रवीण श्रीवास्तव, विनोद गुप्ता, डा.कोमल वैष्णव, प्रांतीय सचिव मनोज सनाढ्य प्रांतीय कोषाध्यक्ष शैलेन्द्र पारीक ने कहा है कि यह शिक्षकों का अपमान है।
कर्मचारी संघ ने भी खोला मोर्चा
मामले में प्रदेश तृतीय वर्ग शासकीय कर्मचारी संघ ने भी मोर्चा खोल दिया है। संघ के संरक्षक विजय कुमार झा और प्रदेश अध्यक्ष अजय तिवारी ने कहा कि कि स्कूल शिक्षा प्रमुख सचिव की ओर से परीक्षा परिणाम के गिरते स्तर के लिए शिक्षकों को दोषी मानते हुए प्रदेश के शिक्षकों को निकम्मा संबोधित करना, यदि उचित परीक्षा परिणाम नहीं आता है तो गोपनीय चरित्रावाली में विपरीत टिप्पणी लिखने और ऐसे शिक्षकों को 500 किलोमीटर दूर स्थानांतरित करने की धमकी भरा वक्तव्य गलत है। संघ ने संविदा पर नियुक्त प्रमुख सचिव को पद से हटाने और उनकी संविदा अवधि आगे नहीं बढ़ाने की मांग की है।