भूतपूर्व सैनिकों की बेहतरी के लिए हरसंभव कार्य करने की जरूरत : राज्यपाल श्री टंडन

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रायपुर

राज्यपाल श्री बलरामजी दास टंडन की अध्यक्षता में आज यहां राजभवन में भूतपूर्व सैनिकों के कल्याण के लिए सैनिक कल्याण बोर्ड द्वारा आयोजित 9वें अमलगमेटेड स्पेशल फंड की बैठक संपन्न हुई। बैठक में भूतपूर्व सैनिकों के कल्याण के लिए अनेक निर्णय लिए गए।
इस अवसर पर मुख्य सचिव श्री विवेक ढ़ांढ, छत्तीसगढ़ ओड़िशा सब एरिया (कोसा) के प्रतिनिधि कर्नल दीपक चौबे, केंद्रीय सैनिक बोर्ड नई दिल्ली के प्रतिनिधि, राज्यपाल के प्रमुख सचिव श्री सुनील कुजूर, सेवानिवृत्त विंग कमांडर सुभाष चंद्र, सेवानिवृत्त डीन डॉ. टी. एन. मेहरोत्रा एवं सैनिक कल्याण बोर्ड के संचालक सेनानिवृत्त कर्नल शैलेन्द्र कुमार एवं गृह विभाग के प्रतिनिधि भी उपस्थित थे। इस अवसर पर सशस्त्र सेना झंडा दिवस संग्रहण राशि 2013 के लिए रायपुर जिले को प्रथम पुरस्कार एवं दुर्ग जिले को द्वितीय तथा वर्ष 2014 के लिए दुर्ग जिले को प्रथम तथा रायपुर जिले को द्वितीय पुरस्कार प्रदान किया गया।
राज्यपाल श्री टंडन ने कहा कि राष्ट्रीय सुरक्षा सबसे आवश्यक एवं महत्वपूर्ण हैं। जवान सजगता एवं तत्परता के साथ विपरीत परिस्थितियों में भी देश की सीमाओं की सुरक्षा करते हैं। हमारा देश सुरक्षित एवं सशक्त बनें, इसके लिए हमारा प्रयास देश की सुरक्षा को मजबूती देने वाले जवानों को शक्ति देने वाला बनें। 5044 Bभूतपूर्व सैनिक हमारी थाती है। शासन, समिति एवं नागरिकों का यह कर्तव्य है कि उनकी बेहतरी के लिए हरसंभव प्रयास करें। उन्होंने यह भी कहा कि सैनिकों से जुड़े, ऐसे महत्वपूर्ण बैठकों का आयोजन समय पर हो तथा सभी मुद्दों एवं योजनाओं पर चर्चा एवं परामर्श के लिए उप समिति का गठन भी किया जाना चाहिए। राज्यपाल श्री टंडन ने भूतपूर्व सैनिकों के लिए कैंटीन, रेस्ट हाउस, हॉस्टल, पोली क्लिनिक कार्यालय सहित अन्य सभी सुविधाएं एक ही स्थान पर ‘कम्पोजिट हब’ बनाने के लिए उपयुक्त स्थान तय करने एवं कार्ययोजना बनाने की बात कही। राज्यपाल ने कहा कि ऐसे भूतपूर्व सैनिक जो स्वस्थ हैं, उनसे वन सेवा, फायर सर्विस, सुरक्षा एजेंसियों में सेवाएं ली जा सकती हैं।
इस मौके पर संचालक सेवानिवृत्त कर्नल शैलेन्द्र कुमार ने सैनिक कल्याण बोर्ड द्वारा किए जा रहे कार्यों का विवरण प्रस्तुत किया। उन्होंने बताया कि भूतपूर्व सैनिकों के बच्चों के लिए छात्रवृत्ति पर लगभग 27 लाख रू. तथा भूतपूर्व सैनिकों की चिकित्सा पर 6 लाख रू. व्यय किए जाएंगे। उन्होंने बताया कि कैंसर एवं डायलिसिस जैसी बीमारी के मरीजों को रक्षा मंत्री निधि से 75 हजार की राशि प्रदान की जाती है, जो इलाज के लिए पर्याप्त नहीं है, इसके लिए सैनिक कल्याण विशेष निधि से अतिरिक्त 25 हजार रूपए प्रदान करने पर सहमति बनी। इसके अलावा एंजियोग्राफी, पेसमेकर प्रत्यारोपण, एंजियोप्लास्टी जैसी प्रक्रिया के लिए रक्षा मंत्री निधि से 1 लाख 25 हजार की राशि प्रदान की जाती है। इसके लिए सैनिक कल्याण विशेष निधि से 25 हजार की अतिरिक्त प्रदान किए जाने पर सहमति बनी। निःशक्तजनों के स्कूटर के सुधार एवं मरम्मत के लिए प्रतिवर्ष 5 हजार रूपए तथा कृत्रिम अंग के मरम्मत के लिए 5 हजार रूपए प्रतिवर्ष अनुदान राशि देने पर सहमति बनी। भूतपूर्व सैनिकों के बच्चों के लिए हॉस्टल बनाए जाने पर चर्चा हुई। संचालक ने इस अवसर पर सैनिक कल्याण बोर्ड के आय एवं व्यय का भी विवरण प्रस्तुत किया। कार्यक्रम के अंत में राज्यपाल के प्रमुख सचिव श्री सुनील कुजूर ने आभार प्रदर्शन किया।