लखनऊ में गाजीपुर के सर्वोदयनगर में कंचन ज्वैलर्स के मालिक राहुल वर्मा (33 वर्ष) की पिस्टल साफ करते वक्त गोली लगने से मौत हो गई। फायरिंग होने की आवाज सुन कर परिवार वाले कमरे में पहुंचे थे। जहां राहुल खून से लथपथ पड़े हुए थे। उन्हें इलाज के लिए लोहिया अस्पताल ले जाया गया था। जहां डॉक्टरों ने राहुल को मृत घोषित कर दिया था।
सर्वोदय नगर निवासी राहुल वर्मा की घोसी मंडी में ज्वैलरी शॉप है। करीब 22 दिन पहले ही राहुल ने पिस्टल खरीदी थी। शनिवार को वह घर पर थे। शाम चार बजे करीब राहुल कमरे में बैठ कर पिस्टल साफ कर रहे थे। उन्होंने मैगजीन निकाल दी थी। जिसके बाद वह पिस्टल की नाल अपनी तरफ करके सफाई कर रहे थे। उनकी अंगुली ट्रिगर पर थी। तभी ट्रिगर गलती से दब गया। जिससे गोली राहुल की आंख को भेदती हुई सिर के पार निकल गई।
इंस्पेक्टर रामेश्वर कुमार के मुताबिक परिवार वाले राहुल को अस्पताल लेकर चले गए थे। जिसके कारण पुलिस को काफी देर बाद हादसे का पता चला। शुरुआती जांच में पिस्टल के चैम्बर में फंसी गोली गलती से चलने की बात सामने आई है। राहुल की पिस्टल को पुलिस ने बरामद कर फोरेंसिक जांच के लिए भेजा है। जिसकी बैलेस्टिक रिपोर्ट आने पर ही स्थिति साफ हो सकेगी। वहीं, राहुल के परिवार ने भी हादसे में गोली चलने की बात कही है। इंस्पेक्टर के मुताबिक राहुल की वर्ष 2018 में शादी हुई थी। उनके दो बच्चे हैं। अस्पताल में सर्राफ को मृत घोषित किए जाने की सूचना मिलते ही उनकी पत्नी बेसुध होकर गिर पड़ी थीं। जिन्हें परिवार वालों ने संभाला। वहीं, राहुल की मौत की सूचना मिलते ही कई व्यापारी भी उनके घर और अस्पताल पहुंच गए थे।
सुरक्षा के लिहाज से राहुल ने कोलकाता से नई पिस्टल खरीदी थी। करीब 22 दिन पहले आई पिस्टल से राहुल को कुछ ज्यादा दी लगाव था। लेकिन वह पिस्टल का रखरखाव सही ढंग से नहीं कर सके। जिसका नतीजा राहुल की मौत के तौर पर सामने आया। इंस्पेक्टर के मुताबिक पिस्टल में मैगजीन निकालने के बाद भी कई बार गोली फंसी रह जाती है। आमतौर पर रिवॉल्वर रखने वालों को इस बात की जानकारी नहीं होती। इसलिए गलती से गोली चलने की संभावना हमेशा बनी रहती है।