बिलासपुर। छत्तीसगढ़ के बिलासपुर में तारबाहर थाना क्षेत्र के दीपूपारा में रहने वाले आशिफ मोहम्मद के 10वीं कक्षा में पढ़ने वाले 17 साल के बेटे रेहान का अपहरण हो गया था। अपहरण के बाद आरोपियों ने परिवार वालों से 50 लाख रुपए की फिरौती की रकम मांगी थी। किसी को जानकारी देने पर लड़के को मार देने की धमकी दी गई थी। परिवार वालों ने पुलिस को सूचना दी। पुलिस को सूचना मिलने की जानकारी होने पर अपहरणकर्ताओं ने लड़के की हत्या कर दी।
आरोपी अपहरण कर लड़के को रतनपुर की ओर ले गए थे। पकड़े जाने के भय से आरोपियों ने लड़के की हत्या कर दी। हत्या के बाद आरोपियों ने युवक को रानीगांव के निर्माणाधीन पुलिया के नीचे फेंक दिया था। आज सुबह रतनपुर पुलिस ने लड़के की लाश बरामद कर ली है।
पुलिस को जानकारी मिलने पर भी किसी तरह का कार्रवाई नहीं करने पर लड़के की हत्या हो गई। हालांकि पुलिस ने इस मामले में आरोपियों को पकड़ लिया है। पकड़े गए आरोपी मृतक रेहान के परिचित बताए जा रहे हैं। कहा जा रहा है कि लड़का पहले से ही अपहरणकर्ताओं को जानता था। शायद यही वजह है कि पकड़े जाने के भय से आरोपियों ने लड़के की हत्या कर दी है। पुलिस ने आरोपियों पर अपहरण और हत्या का अपराध दर्ज किया है।
इस कार्यवाही में निरीक्षक सुरेन्द्र स्वर्णकार, थाना प्रभारी तोरवा, निरीक्षक प्रदीप आर्य, सायबर सेल प्रभारी, निरीक्षक हरविन्दर सिंह, थाना प्रभारी रतनपुर, उपनिरीक्षक मनोज नायक, थाना प्रभारी चकरभाठा, उपनिरीक्षक सागर पाठक, सायबर सेल बिलासपुर, उपनिरीक्षक मिलन सिंह, थाना तारबाहर, सहायक उप निरीक्षक हेमन्त सिंह, प्रधान आरक्षक कृष्ण कुमार यादव, शोभित केंवट, आरक्षक सरफराज खान, मनीष सिंह, संजीव जांगड़े, नुरुल कादिर, सज्जू अली, रामलाल सोनवानी, सचिन तिवारी, दीपक मरावी, रमेश टण्डन ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।