- जिले में कोयला की तस्करी जोरों पर
- कोतवाली पुलिस ने पकड़ा तीन वाहन समेत 60 लाख का कोयला
अम्बिकापुर
जिले में कोयले की तस्करी बडे पैमाने पर की जा रही है। लखनपुर , पुहपुटरा क्षेत्र सहित प्रतापपुर क्षेत्राअंतर्गत महान टू खदान से कोयला चोरी की कई घटनाएं पूर्व में सामने आ चुकी है। बीती रात कोतवाली पुलिस ने ऐसे ही एक मामले पर बडी कार्यवाई की है। पुलिस ने रायगढ़ मार्ग स्थित दरिमा मोड़ के पास तीन कोयला लोड़ ट्रेलर वाहनों को पकड़ा है। तीनों ट्रेलर चालक पूरे कोयले को रायगढ़ मार्ग मंे ही रघुनाथपुर में खपाने जा रहे थे । कोयले के सबंध में कोई कागजात नहीं होने से चोरी के संदेह पर पुलिस ने तीनो ट्रेलर वाहनों को जप्त कर लिया है। जप्त वाहन सहित कोयले की कीमत 60 लाख रूपए आंकी गयी है।
जानकारी के अनुसार बीती रात गस्त के दौरान कोतवाली पुलिस ने रायगढ़ मार्ग स्थित दरिमा मोड़ के पास आने जाने वाहनों की चेकिंग कर रही थी उसी दौरान प्रतापपुर क्षेत्र के महान टू खदान से कोयला लोड़ कर आ रही ट्रेलर क्रमांक सीजी 12 एस 4441 सीजी ,12 एस 5509 व सीजी 12 एस 4439 जो बनारस रोड़ होते हुए प्रतापपुर नाका , रामानुजगंज नाका , चिलम चैक ,खरसिया नाका से होते हुए रायगढ की ओर जा रहे थे तभी दरिमा मोड़ के पास पुलिस ने कतार बद्ध तरीके से आ रहे कोयला लोड़ वाहनो को रोक कोयला के सबंध में पूछताछ की तो वाहन चालक कोरबा क्षेत्र के दीपिका थाना क्षेत्र के चाकामुडा निवासी सत्यनारायण सिंह पिता पंचराम सिंह 23 वर्ष चालक कोरबा क्षेत्र की ग्राम सिलयारी निवासी देवनारायण सिंह पिता एतवार सिंह 26 वर्ष व तीसरा चालक कोरबा के ही रैनपुर निवासी हेमन्त कुमार सिंह पिता महेतर सिंह 24 वर्ष कोयला के सबंध में फोटों काॅपी की प्रति पुलिस को दिखा ओ भी फर्जी था । चालकों मौखिक रूप से बताया कि वे कोयला लेकर बिलासपुर जा रहे थे ।लेकिन रघुनाथपुर की ओर आ गए पुलिस ने कोयला के सबंध में किसी प्रकार के दस्तावेज नहीं होने पर चोरी के कोयला होने की संदेह पर सभी वाहनों को जप्त कर चालको के विरूद्ध धारा 41 (1-4) 379 के तहत मामला दर्ज कर लिया है। पकडे गए चालको द्वारा यह बताने की वे लोग महान टू खदान से कोयला लोड कर ले जा रहे थे , इससे यह बात साफ हो जाती है कि वहां से किसी न किसी की मिली भगत से बिना कागजात के कोयले की तस्करी काफी दिनों से की जा रही है। कोयला चोरी को लेकर पुलिस की यह कार्यवाई लंबे समय बाद देखी गयी है।
नाम सामने आने का भय
बीती रात कोतवाली पुलिस के किस अधिकारी ने अवैध कोयले के इस मामले में कार्यवाई की , इसे लेकर नाम सामने लाने में भी पुलिस के मन में अजीब सा भय देखने को मिला । लंबे समय से सरगुजा जिले में अवैध कोयले के कारोबार को पुलिस की मौन स्वीकृति सामने आ रही थी । यह भी चर्चा थी कि अवैध कोयले के इस धधें में कई कारोबारी पुलिस अधिकारी के सह पर काम कर रहे है। शायद इसी वजह से अवैध कोयले के मामले में कोई भी कार्यवाई नहीं देखी गयी । बीती रात लंबे समय बाद हुई एक बड़ी कार्यवाई को लेकर कार्यवाई करने वाले पुलिस वालों के मन में भय व्याप्त है।