लखनऊ. उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में इस बार राजनीतिक पार्टियों के टिकट नहीं देने या काटने पर नेताओं के रोने का सिलसिला जारी है. पश्चिमी उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर में जहां कुछ दिन पूर्व बसपा से टिकट नहीं मिलने और पैसे ऐंठने का आरोप लगाते हुए एक बसपा नेता अरशद राणा कोतवाली में कोतवाल साहब के सामने जमकर दहाड़ मारमार कर रोने लगे थे. वहीं, अब कचहरी परिसर में एक कांग्रेस नेत्री मेराज जहां भी टिकट नहीं मिलने से क्षुब्ध होकर मीडिया के कैमरे के सामने फूट-फूटकर रोने लगी.
दरअसल, बता दें कि कांग्रेस ने जिले की सभी 6 सीटों पर अपने प्रत्यासियो की घोषणा कर दी है, जिसमें मुजफ्फरनगर सदर सीट से सुबोध शर्मा, चरथावल से डॉ. यास्मीन राणा, बुढ़ाना से देवेंद्र कश्यप, मीरापुर से मौलाना ज़मील कासमी, खतौली से गौरव भाटी और पुरकाज़ी सीट से दीपक कुमार को कांग्रेस ने मैदान में उतारा है. मुजफ्फरनगर में कांग्रेस की जिला सचिव मेराज जहां ने कचहरी परिसर में टिकट नहीं मिलने पर मीडिया के सामने रो रोकर अपना दुखड़ा सुनाया.
बता दें कि मेराज जहां कांग्रेस से वार्ड-5 से जिलापंचायत सदस्य का चुनाव भी लड़ी थीं, जिसमें उनको हार का सामना करना पड़ा था. मेराज जहां की मानें तो वह पिछले 13 सालों से कांग्रेस में अपनी सेवा प्रदान कर रही हैं. पिछले विधानसभा चुनाव में भी उनका टिकट कांग्रेस आलाकमान ने काट दिया था. मेराज जहां का आरोप है कि इस बार प्रदेश अध्यक्ष सहित कांग्रेस के कई बड़े नेताओ ने उसे आश्वासन दे रखा था कि इस बार उनका टिकट जरूर होगा. लेकिन, जनपद में एक महिला को कांग्रेस का टिकट दिया गया है.
बसपा नेता अरशद राणा की पत्नी डॉ. यास्मीन राणा को चरथावल सीट से कांग्रेस ने टिकट दिया है. ज्ञाता हो कि अरशद राणा ने बसपा पर टिकट देने की आड़ में पैसे ठगने का आरोप लगाया था. वहीं मेराज जहां का आरोप है कि प्रियंका गांधी महिलाओं को 40 प्रतिशत भागीदारी देने की बात कह रही है, और यहां 6 सीटों में से एक सीट पर महिला को टिकट दिया गया है और वो भी उसे जिसने एक दिन पहले ही कांग्रेस ज्वाइन की है.