पीएम किसान सम्मान निधि की 10वीं किस्त का इंतजार कर रहे करोड़ाें किसानों के लिए एक अच्छी और एक बुरी खबर है. अच्छी खबर यह है कि 10वीं किस्त बिना ई-केवाईसी के ही किसानों के खाते में भेजी जाएगी. बुरी खबर यह है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 1 जनवरी को पीएम किसान से जुड़े करोड़ों किसानों को नए साल का तोहफा देने जा रहे हैं, लेकिन इनमें से करीब 2 करोड़ से अधिक किसानों को यह तोहफा एक जनवरी को नहीं मिलने वाला है.
नए साल के पहले दिन पीएम मोदी प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि (पीएम-किसान) के तहत 10 करोड़ से अधिक लाभार्थी किसानों को 20,000 करोड़ रुपये की 10वीं किस्त जारी करेंगे. पीएम किसान पोर्टल पर दिए गए ताजा आंकड़ों के मुताबिक प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना के तहत 12.30 करोड़ से अधिक किसान रजिस्टर्ड हैं और 1 जनवरी को 10 करोड़ किसानों के खातों में 10वीं किस्त या दिसंबर-मार्च की किस्त के रूप में 2000-2000 रुपये आएंगे. ऐसे में करीब 2 करोड़ से अधिक पीएम किसान के लाभार्थियों को इस तोहफे से वंचित रहना पड़ सकता है.
गौरतलब है कि प्रधानमंत्री कार्यालय ने एक बयान में बुधवार को कहा कि प्रधानमंत्री एक जनवरी को दोपहर 12.30 बजे वीडियो कांफ्रेंस के माध्यम से 10वीं किस्त जारी करेंगे. साथ ही करीब 351 किसान उत्पादक संगठनों (एफपीओ) के लिए 14 करोड़ रुपये से अधिक का इक्विटी ग्रांट भी जारी करेंगे. इस अवसर पर केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर भी उपस्थित रहेंगे. पीएम-किसान योजना के तहत प्रति वर्ष 6,000 रुपये की राशि को 2000 रुपये की तीन मासिक किस्तों में प्रत्येक चौथे माह किसानों के बैंक खातों में सीधे हस्तांतरित किया जाता है.
अगर पिछली किस्त के बारे में बात करें तो 12.30 करोड़ से अधिक किसानों में से केवल 10 करोड़ 41 लाख 67 हजार 564 लाभार्थियों के खातों में ही 2000-2000 की किस्त पहुंची. 74 लाख से अधिक किसानों के पेमेंट फेल हो गए और 40 लाख से अधिक किसानों की किस्त लटक गई. यानी अगस्त-नवंबर की किस्त से 96 लाख से अधिक किसान वंचित रह गए. इनमें से सबसे अधिक पश्चिम बंगाल के किसान हैं. यहां 2156717 किसानों के पेमेंट पेडिंग में है और 3388 के फेल हो चुके हैं. दूसरे स्थान पर झारखंड का नाम है. झारखंड के करीब साढ़े तीन लाख किसानों के पेमेंट लटक गए और 4387 के लटक गए. पेमेंट फेल होने के मामले में उत्तर प्रदेश नंबर वन पोजीशन पर है. यहां 126380 किसानों के खातों में रकम पहुंची है नहीं, जबकि सरकार ने किस्त जारी कर दी थी. वहीं यहां 74423 किसानों के पेमेंट लट चुके हैं.
बिना ई-केवाईसी के ही आएगी यह किस्त
पीएम किसान योजना अंतर्गत 10वीं किस्त बिना ई-केवाईसी के ही किसानों के खाते में भेजी जाएगी. कृषि विभाग के एक अधिकारी ने कहा है कि अभी कोई भी किसान e kyc के लिए परेशान न हो. दिसंबर-मार्च की किस्त के बाद अग्रिम किस्त में e kyc अनिवार्य होगा, जिसके लिए पोर्टल पर जब भी e kyc होना प्रारंभ हो जाएगा तो सभी को सूचित कराया जाएगा.
क्यों लटकी किस्त
अगर आपको अगस्त-नवंबर की 2000 रुपये की किस्त नहीं मिल पाई है तो हो सकता है आपके कागजात में कोई कमी रह गई हो. मसलन, हो सकता है आपके आधार, अकाउंट नंबर और बैंक अकाउंट नंबर में गलती हो. अगर ऐसा हुआ तो आपको आने वाली किस्तें भी नहीं मिल पाएंगी. अगर आप अगली किस्त चाहते हैं कि बिना किसी रुकावट के आपके खाते में आ जाए तो अपना स्टेटस चेक करें और जो भी गलती है उसे सुधार लीजिए. जानें ऐसी गलती को आप घर बैठे दुरुस्त कर सकते हैं. इसके लिए आपको कॉमन सर्विस सेंटर (CSC) भी जाने की जरूरत नहीं है। ये हैं आसान स्टेप..
- PM-Kisan Scheme की ऑफिशियल वेबसाइट (https://pmkisan.gov.in/) पर जाएं.
- इसके फार्मर कॉर्नर के अंदर जाकर Edit Aadhaar Details ऑप्शन पर क्लिक करें.
- आप यहां पर अपना आधार नंबर दर्ज करें। इसके बाद एक कैप्चा कोड डालकर सबमिट करें.
- अगर आपका केवल नाम गलत होता है यानी कि अप्लीकेशन और आधार में जो आपका नाम है दोनों अलग-अलग है तो आप इसे ऑनलाइन ठीक कर सकते हैं.
- अगर कोई और गलती है तो इसे आप अपने लेखपाल और कृषि विभाग कार्यालय में संपर्क करें.
इसे अलावा वेबसाइट पर दिए गए Helpdesk ऑप्शन पर क्लिक करने के बाद आप आधार नंबर, अकाउंट नंबर और मोबाइल नंबर एंटर करने के बाद जो भी गलतियां हैं, उन्हें सुधार सकते हैं. जैसे आधार नंबर में सुधार, स्पेलिंग में गलती ऐसी तमाम गलतियों को ठीक किया जा सकता है. आपके पैसे क्यों अटक गए हैं, इसकी भी जानकारी मिल जाएगी, ताकि आप गलतियों को सुधार सकें.