अनिल कुंबले के 10 विकेट की याद आज भी हर किसी के दिल दिमाग में ताजा है। 1999 में उन्होंने पाकिस्तान के खिलाफ एक टेस्ट पारी में 10 विकेट झटके थे। अब साउथ अफ्रीका के 24 साल के ऑलराउंडर सीन व्हाइटहेड अनिल कुंबले से भी आगे निकल गए हैं। सीन ने बल्ले और फिर गेंद से जो चमत्कारिक प्रदर्शन किया, उसे देखकर हर कोई हैरान है। 2016 में साउथ अफ्रीका की तरफ से अंडर 19 वर्ल्ड कप खेलने वाले सीन ने एक फर्स्ट क्लास क्रिकेट में एक पारी में पूरे 10 विकेट लपक लिए। 4 दिवसीय फ्रेंचाइजी सीरीज में साउथ वेस्टर्न की तरफ से ईस्टर्नस के खिलाफ खेलते हुए सीन ने बल्ले और गेंद दोनों से तबाही मचाई।
अनिल कुंबले वर्ल्ड टेस्ट क्रिकेट में एक ही पारी में 10 विकेट लेने वाले दूसरे गेंदबाज हैं। इंग्लैंड के ऑफ स्पिनर जिम लेकर ने 1956 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ एक ही पारी में पूरे 10 विकेट लिए थे। अनिल कुंबले और जिम लेकर दोनों ने गेंद से कमाल किया, मगर सीन तो इनसे भी एक कदम आगे निकले। उन्होंने गेंद और बल्ले दोनों से तबाही मचाई। ईस्टर्न को आखिरी पारी में जीत के लिए 186 रन की जरूरत थी, मगर सीन ने टीम को कोई मौका ही नहीं दिया और आखिरी पारी में पूरे के पूरे 10 विकेट लपक लिए।
? OF THE BEST ? @swd_cricket spinner Sean Whitehead claimed a brilliant 10/36 in 12.1 overs in the second innings of his side's #4DaySeries match against @EasternsCricket
— Cricket South Africa (@OfficialCSA) November 20, 2021
He also bagged 5/64 in the first innings to set a new SWD First-Class record of 15/100 ?#BePartOfIt pic.twitter.com/bneDh7l4Rs
उन्होंने आखिरी पारी में 2.95 की इकोनॉमी से 36 रन देकर 10 विकेट लिए। यही नहीं उन्होंने पहली पारी में भी 5 विकेट लिए और 66 रन और 49 रन की पारी भी खेली। पहले बल्लेबाजी करते हुए साउथ वेस्टर्न ने पहली पारी में 242 रन बनाए, सीन ने पहली पारी में 106 गेंदों पर 66 रन बनाए। जवाब में ईस्टर्न की पहली पारी सीन की गेंदबाजी के सामने 250 रन ही बना सकी। साउथ वेस्टर्न के बल्लेबाज दूसरी पारी में भी कुछ खास कमाल नहीं दिखा पाए और 193 रन ही बना सके। सीन ने दूसरी पारी में 81 गेंदों पर 45 रन बनाए।
मुकाबला काफी लो स्कोरिंग था और ईस्टर्न का पलड़ा भारी नजर आ रहा था, मगर आखिरी पारी में सीन ने अपनी टीम की न सिर्फ जबरदस्त वापसी कराई, बल्कि ईस्टर्नस को 65 रन पर समेटकर अपनी टीम को 120 रन के बड़े अंतर से जीत भी दिलाई। साउथ अफ्रीका की नेशनल टीम के पास इस समय कोई मजबूत स्पिन विकल्प नहीं हैं, अगर सीन अपना ऐसा ही प्रदर्शन जारी रखते हैं तो उनके लिए नेशनल टीम के दरवाजे खुल सकते हैं।