अम्बिकापुर
अम्बिकापुर के चर्चित शराब ठेकेदार लक्ष्मी जायसवाल के पुत्र की गुण्डागर्दी का एक बडा मामला सामने आया है.. जिसमें शराब ठेकेदार के पुत्र संदीप उर्फ सीनू जायसाव नें जंहा आबकारी विभाग की एक महिला अधिकारी से गाली गलौच और बदसलूकी की है .. तो वही उसकी सह पर शराब दुकान के सामनें ठेला लगाने वाले एक वेंडर नें आबकारी प्रधान आरक्षक पर जानलेवा हमला कर दिया है।
अम्बिकापुर के मैरिन ड्रायव तालाब के समीप स्थित शराब दुकान के सामने चना और अण्डे के ठेलो में सजने वाली शराब की महफिल पर कार्यवाही करना आबकारी की टीम को इतना मंगहा पडा कि विभाग के प्रधान आरक्षक ए.एन.बंजारे को जानलेवा हमले का वार सहना पडा तो दूसरी ओर महिला उप निरीक्षक और आरक्षको को शराब ठेकेदार के पुत्र द्वारा दी गई जातिगत गाली गलौच और धमकी का शिकार होना पडा…
दरअसल मामला शुक्रवार देर शाम उस वक्त का है… जब मैरिन ड्रायव शराब दुकान के सामने ठेला और टपरे में लगातार हो रही शराबखोरी की शिकायत पर आबकारी उप निरीक्षक पूनम सिंह अपनी टीम के साथ कार्यवाही करने पंहुची… और वंहा मौजूद शराब ठेकेदार लक्ष्मी जायसवाल के पुत्र संदीप उर्फ सीनू जायसवाल ने कार्यवाही का विरोध करना शुरु कर दिया। लेकिन जानलेवा हमले में घायल प्रधान आरक्षक बंजारे और उपनिरीक्षक पूनम सिंह का ये आरोप है कि सरेराह सडक पर शराबखोरी की शिकायत पर कार्यवाही जारी रखने के दौरान सीनू जायसवाल नें पहले तो महिला आबकारी अधिकारी से गाली गलौच की और उसके बाद उसके गुर्गो नें प्रधानआरक्षक बंजारे पर चना भूजने वाले बर्तन से कई बार वार किया। जिससे प्रधान आरक्षक बंजारे बुरी तरह से घायल हो गए और उसके बाद मची अफरा तफरी में पंहुची कोतवाली पुलिस की टीम की मदद से घायल आबकारी प्रधान आरक्षक को जिला अस्पताल भर्ती कराया है।
दरअसल मैरिन ड्रायव शराब दुकान शहर के रिंग रोड में स्थित है.. और यंहा से देर रात तक महिलाओ और आमलोगो का आना जाना लगा रहता है.. और यही वजह है कि सरेराह सडक में शराबखोरी लोगो के लिए मुसीबत बनती जा रही थी । जानकारी के मुताबिक मुख्य सडक पर लगने वाले ठेलो में शराबखोरी की दर्जनो शिकायत के बाद आबकारी विभाग नें ये कार्यवाही थी। जिसका खामियाजा आबाकारी की पूरी टीम को उठाना पडा । इधर इस घटना में शामिल आरोपियो की नामजद्द शिकायत पर आजाक थाने में सीनू जायसवाल के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है।
ये पहली घटना नही है जब शराब ठेकेदार की गुण्डागर्दी को शिकार किसी आबकारी के कर्मचारी को होना पडा है… इससे पहले भी आबकारी के आरक्षको को शराब ठेकेदार के मनचाहे गुस्से का शिकार होना पडा है… लेकिन अब देखना ये है कि घायल आबकारी प्रधान आरक्षक और महिला उप निरीक्षक के बयानो के आधार पर दर्ज एफआईआऱ पर पुलिस शराब ठेकेदार के पुत्र सीनू जायसवाल की कब तक गिरफ्तारी करती है…