कोविड महामारी के बीच इस महीने से संसद का मानसून सत्र का आगाज होने जा रहा है। 19 जुलाई से 13 अगस्त तक संसद का मानसूत्र सत्र चलाया जाएगा। जिसकी जानकारी लोकसभा स्पीकर ओम बिरला ने दी है। लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने कहा कि इस सत्र में 19 कार्यदिवस होंगे। बता दें कि आमतौर पर संसद का मानसून सत्र जुलाई के तीसरे सप्ताह से शुरू होता है और स्वतंत्रता दिवस से पहले समाप्त होता था।
लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने कहा कि सभी सदस्यों और मीडिया को कोविड नियमों के अनुसार अनुमति दी जाएगी। आरटीपीसीआर टेस्ट अनिवार्य नहीं है। लेकिन हम उन लोगों से टेस्ट कराने का अनुरोध करेंगे जिन्होंने अभी टीकाकरण नहीं कराया है। उन्होंने बताया कि कोरोना महामारी के दौरान संसद के तीन सेशन हुए हैं, जिसमें बड़ी संख्या में सांसदों ने शिरकत की। संसद के बजट सेशन के दौरान 167 फीसदी प्रोडक्टिविटी रही जो अपने आप में रिकॉर्ड है।
लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने बताया कि, इस बार का मानसून सत्र के दौरान दोनों सदनों का समय सुबह 11 बजे से शाम 6 बजे तक होगा। उन्होंने बताया कि, 311 सांसदों ने दोनों डोज ले लिए हैं। वहीं, 23 सांसद कोरोना होने के कारण वैक्सीन नहीं ले पाए हैं। 18 जुलाई को सदन के सभी फ्लोर लीडर की बैठक होगी, ताकि सत्र चलाने पर चर्चा हो सके। नए मंत्रिमंडल गठन की वजह से कई समितियों में स्थान रिक्त हुए हैं। उनका पुनर्गठन किया जाएगा।
बिरला ने बताया कि नए संसद भवन का निर्माण कार्य अक्टूबर 2021 में पूरा हो जाएगा। उन्होंने कहा कि नए संसद भवन का निर्माण कार्य अक्टूबर 2021 में पूरा होने की संभावना है। हम अपने टारगेट से 10 दिन पीछे चल रहे हैं, जल्दी ही इसे कवर कर लेंगे। स्पीकर ने कहा कि 2022 में संसद का सत्र नई बिल्डिंग में चलेगा। मानसून सत्र में इस बार विपक्ष सरकार को कई मुद्दों पर घेरने की कोशिश करेगा। कृषि कानूनों को निरस्त करने की मांग भी एक बार फिर संसद में गूंज सकती है। टीकाकरण की धीमी रफ्तार और दूसरी लहर के दौरान सरकार की नाकामी भी शामिल है।