दतिया/मध्यप्रदेश। कुछ पुलिसकर्मियों ने अपनी करतूतों से वर्दी को शर्मसार कर दिया। ये पुलिसकर्मी नशे में धुत होकर एक मृतक के घर पहुंच गए। जब ग्रामीणों ने विरोध करते हुए शव नहीं उठाने दिया तो पुलिसकर्मी अभद्रता पर उतर आए। दतिया के लांच थाना क्षेत्र के ग्राम कुलैथ में यह घटना घटी। गौरतलब है कि यह गांव मध्यप्रदेश के गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा के इलाके में आता है।
जानकारी के अनुसार गांव में एक किसान की करंट लगने से मौत हो गई। इस सूचना पर थाने से एसआई, हेड कांस्टेबल और एक जवान किसान के घर पहुंचे। ये नशे में धुत थे. इसपर सरपंच ने थाना प्रभारी को पुलिसकर्मियों के शराब पीकर आने की सूचना दे दी। हालांकि थाना प्रभारी के मौके पर आने से पहले ही शराबी पुलिसकर्मी यहां से भाग लिए। थाना प्रभारी ने संबंधितों पर कार्रवाई का प्रतिवेदन एसपी को भेजा जिस पर पुलिसकर्मियों को लाइन अटैच कर दिया गया।
लांच थाना प्रभारी भास्कर शर्मा के अनुसार उन्हें देर रात किसान की मौत की जानकारी मिली थी। एसआई व बीट प्रभारी वेद सिंह, प्रधान आरक्षक हाकिम सिंह परिहार, सिपाही सालिगराम मांझी व अन्य पुलिसकर्मियों को मौके पर भेजा गया। गांव वालाें के मुताबिक एसआई वेद सिंह, प्रधान आरक्षक हाकिम सिंह और सालिगराम मांझी नशे में धुत थे। इन पुलिसकर्मियों ने इतनी ज्यादा शराब पी रखी थी कि ठीक से खड़े तक नहीं हो पा रहे थे।
इस हालत में आए पुलिसकर्मियों को देखकर परिजनों और गांव के लोगों ने शव उठाने से इंकार कर दिया। इसपर पुलिसकर्मी परिजनों से अभद्रता करने लगे। आक्रोशित लोगों ने सरपंच के माध्यम से थाना प्रभारी को इसकी सूचना दे दी। यह देख शराब पीकर आए पुलिसकर्मी भाग निकले। बाद में शव पीएम के लिए इंदरगढ़ अस्पताल भिजवाया गया। नशे में धुत सिपाही सालिगराम मांझी अस्पताल में भी इधर उधर फोन लगाता रहा।