शिमला। हिमाचल प्रदेश की शिमला की पुलिस पर एक बार फिर से दंबगई का आरोप लगा है। आरोप है कि शिमला पुलिस के तीन जवानों ने गलत तरीके से मास्क पहने व्यक्ति की बुरी तरह पिटाई कर दी और उसे घसीटते हुए पुलिस चौकी तक लेकर गए। इसका एक वीडियो भी सामने आया है। वीडियो बनाने वाले शख्स का कहना है कि घटना 8 अप्रैल की है। इस बाबत शिमला के एसपी मोहित चावला का कहना है कि मामला दर्ज किया गया है और एडिश्नल एसपी रैंक के अधिकारी मामले की जांच कर रहे हैं।
वीडियो बनाने वाले एमपी सिंह की लोअर बाजार में दुकान है। एमपी सिंह का कहना है कि जिस व्यक्ति को पीटा गया वो मरीज के साथ आईजीएमसी आया था। उसका मास्क नाक से थोड़ा नीचे था। इस पर तीन पुलिसकर्मी उस पर टूट पड़े। उसकी पिटाई की और घसीटते हुए लक्कड़ बाजार चौकी की तरफ लेकर गए। एमपी सिंह ने कहा कि पुलिस ने गैर कानूनी तरीके से कार्रवाई की और उसकी पिटाई की, जोकि सरासर गलत है। पुलिस की गलती पर कोई आवाज उठाता है तो पुलिस उलटा उसे ही परेशान करती है।
एसपी मो हित चावला अलग कहानी सुना रहे हैं। एसपी का कहना है कि उन्होंने ये वीडियो देखा है। एसपी ने कहा कि पुलिस ‘नागरिक पहले’ के सिद्धांत पर निष्ठा से कार्य कर रही है, इस तरह की घटना सामने आई है,इस पर खेद है। उन्होंने कहा कि इस व्यक्ति को पुलिस के जवानों ने पहले आग्रह किया था कि मास्क सही तरीके से पहने। दूसरी बार 15 मिनट बाद पुलिस दोबारा पहुंची तो इसने मास्क नहीं पहना हुआ था। इस पर वो पुलिस से उलझ गया। पुलिस से उलझने पर उस पर मामला दर्ज कर लिया है. उन्होंने कहा कि वीडियो में नजर आ रहा व्यक्ति सरकारी कर्मचारी है, उस वक्त वो अपने परिवार के साथ था। इस घटना पर उसने माफी भी मांगी है। साथ ही कहा कि इस मामले की जांच एडिश्नल एसपी रैंक का अधिकारी कर रहा है।
एसपी ने जनता से कोविड नियमों की पालना की अपील भी की। साथ ही कहा कि सरकारी कर्मचारी का मास्क न पहनना बेहद दुखद है, सभी को इस खतरनाक वायरस से बचने के लिए नियमों की पालना करनी चाहिए।