अम्बिकापुर
अम्बिकापुर नगर निगम के प्लेसमेंट कर्मियो को नौकरी से हटाए जाने का मामला अब तूल पकडने लगा,, निगम में पदस्थ 540 प्लेसमेंट कर्मियो में से 164 कर्मियो को बाहर निकाले जाने के बाद एक तरफ जंहा रोजी रोटी की लडाई के लिए प्लेमेंटकर्मी आरपार की लडाई के मूड में नजर आ रहे है,, तो दूसरी ओर इन प्लेसमेंट कर्मियो को बाहर का रास्त दिखाने वाली मौजूदा निगम सरकार के तेवर नरम पडते दिखाई देने लगे है……….
अम्बिकापुर नगर पालिक निगम में प्लेसमेंट कर्मचारियो को बाहर का रास्ता दिखाए जाने के बाद ,,, ये समस्या निगम प्रबंधन के लिए गले का फांस बन चुकी है,, दरअसल निगम की बिगडती आर्थिक व्यवस्था के कारण कुछ दिन पहले 164 प्लेसमेंट कर्मियो को ये कहते हुए निकाल दिया गया, कि वो बिना काम किए पगार ले रहे है,, लेकिन निकाले गए प्लेसमेंट कर्मी में कुछ तो 15-20 वर्षो से निगम मे अपनी सेवाएं दे रहे थे,, वही कुछ निगम में काम करते करते ओवर ऐज हो गए है,, लिहाजा नौकरी से हटाए गए प्लेसमेंट कर्मी अब निगम प्रबंधन से आर पार की लडाई के मूड में नजर आ रहे है,,
गौरतलब है कि अम्बिकापुर नगर पालिक निगम का दायरा और शहर की बढती आबादी को देखते हुए,, शहर की साफ सफाई और जल आवर्धन जैसी कई योजनाएं प्लेसमेंट कर्मचारियो के सहारे ही संचालित थी,, लेकिन मौजूदा निगम प्रबंधन ने अपनी खराब अर्थ व्यवस्था के कारण निगम की पिछली निगम सरकार द्वारा रखे गए 540 प्लेसमेंट कर्मियो में 164 को बाहर का रास्त दिखा दिया था,, और वर्तमान समय मे निगम में 376 प्लेसमेंट कर्मचारी ही काम कर रहे है….. लेकिन रोजी रोटी की समस्या झेल रहे पीडित प्लेसमेंट कर्मियो जब आर पार की लडाई के मूड में आए,, तो निगम प्रबंधन के रुख भी नरम पडते दिखाई दे रहे है,,
अम्बिकापुर नगर निगम की स्थापना के बाद पिछले 10 वर्षो से अम्बिकापुर निगम पर भाजपा का कब्जा था,, लेकिन चुनाव के बाद जैसे ही कांग्रेस ने निगम की सत्ता संभाली,,, तभी से कुछ बडे फेरबदल की संभावनाए जताई जा रही थी,, लेकिन निगम प्रबंधन की दलीले देते हुए सबसे पहली गाज प्लेसमेंट कर्मियो पर गिराई,,, बहरहाल अब निगम कर्मियो के विरोध और इस फैसले से शहर में गिरती अपनी शाख को देखते हुए अम्बिकापुर निगम प्रबंधन के रुख नरम पड रहे है,, और उम्मीद ये जताई जा रही है कि निकाले गए प्लेसमेंट कर्मियो की जल्द ही बहाल हो सकती है….