अम्बिकापुर..(सीतापुर/अनिल उपाध्याय).. शासकीय उचित मूल्य की दुकान रजपुरी में मिट्टीतेल की कालाबाजारी का मामला सामने आया है। दुकान संचालक ने हितग्राहियों को देने के बजाये पूरे मिट्टीतेल की कालाबाजारी कर दी और चावल लेने गये हितग्राहियों के राशनकार्ड में वितरण का फर्जी एंट्री कर दिया। डीलर का यह कारनामा पता चलने पर ग्रामीणों से सरपंच को इससे अवगत कराया और सरपंच के नेतृत्व में एसडीएम को ज्ञापन सौंप जाँच की माँग की।
जानकारी के अनुसार ग्राम रजपुरी में खादय सुरक्षा पोषण एवं उपभोक्ता सेवा सहकारी समिति द्वारा शासकीय राशन दुकान का संचालन किया जाता है।माह जनवरी में दुकान संचालक ने 550 लीटर मिट्टीतेल का उठाव किया था। जिसका हितग्राहियों के बीच वितरण करने के बजाये उसे कालाबाजारियों के हवाले कर दिया। दुकान संचालक के इस कारनामे का खुलासा तब हुआ। जब हितग्राही राशन लेने शासकीय उचित मूल्य पहुँचे। जहाँ दुकान संचालक ने चावल वितरण के दौरान उनके राशनकार्ड में बिना वितरण किये मिट्टीतेल की मात्रा भी एंट्री कर दी। यह बात जब हितग्राहियों को पता चला तो, उन्होंने इसका विरोध किया और पूरे मामले से सरपंच को अवगत कराया।
इस संबंध में सरपंच दिनेश्वर भगत ने बताया कि मिट्टीतेल के अभाव में लोग काफी परेशान है। पहाड़ी क्षेत्र में रहने वाले कोरवा जनजाति के लोग बिजली के अभाव में मिट्टीतेल से अपना घर रोशन करते है, किंतु दुकान संचालक द्वारा मिट्टीतेल की कालाबाजारी की वजह से वो परिवार अंधेरे में रात गुजारने मजबूर है।सरपंच ने इसे गरीबों के साथ शोषण बता उचित कार्रवाई हेतु एसडीएम को ज्ञापन सौंप जाँच की माँग की है। ज्ञापन सौंपने के दौरान साँसद प्रतिनिधि राजकुमार गुप्ता, मंडल भाजपा अध्यक्ष श्रवण दास, रोशन आर्य गुप्ता, खेमनिधि शाह उपस्थित थे।
“इस संबंध में खाद्य निरीक्षक अनूप कुजूर ने बताया वो इस मामले की जाँच करेंगे। जाँच के दौरान आरोप सही पाया गया, तो दुकान निलंबन की कार्रवाई होगी।”