मुख्यमंत्री श्री शिवराजसिंह चौहान ने कहा है कि देश, समाज और दूसरों की भलाई के लिये जीना अर्थपूर्ण जीवन है। जनता की सेवा और प्रदेश के विकास में सच्चा सुख है। श्री चौहान आज यहाँ प्रशासन अकादमी में मध्यप्रदेश आई.ए.एस. आफिसर्स एसोसिएशन द्वारा आयोजित तीन दिवसीय सर्विस मीट के उद्घाटन सत्र को संबोधित कर रहे थे।
श्री चौहान ने कहा कि सुखी जीवन के लिये शरीर, बुद्धि और मन का सुख जरूरी है। हमें काम के अलावा थोड़ा समय परिवार और अपने लिये भी निकालना चाहिये। पारिवारिक जीवन की तरफ ध्यान नहीं देगें तो सच्चे अर्थ में जीवन का लक्ष्य हासिल नहीं कर पायेंगे। उन्होंने कहा कि मनुष्य सुखी जीवन चाहता है। पहला सुख निरोगी काया है, क्योंकि शरीर सब धर्मों के पालन का माध्यम है। इसके बाद मन, बुद्धि और आत्मा के सुख भी जरूरी हैं। परिपूर्ण जीवन वह है जिसमें इन सभी सुखों का ध्यान रखा जाता है। सुखी वह है जो अंतर्रात्मा की बात मानता है।
मुख्य सचिव श्री अंटोनी डि सा ने कहा कि भारतीय प्रशासनिक सेवा में मध्यप्रदेश केडर को देश का श्रेष्ठ केडर माना जाता है। प्रदेश की राजनैतिक परम्परा और सामाजिक वातावरण ऐसा है कि यहाँ प्रशासनिक अधिकारी बेहतर कार्य कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि स्वच्छ और संवेदनशील प्रशासन का लक्ष्य हासिल करने में आने वाली सभी समस्याओं को निराकृत किया जायेगा। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने हमें टीम मध्यप्रदेश के रूप में प्रोत्साहित किया है।
आरंभ में स्वागत भाषण देते हुए मध्यप्रदेश आई. ए. एस. आफिसर्स एसोसिएशन की अध्यक्ष श्रीमती अरूणा शर्मा ने कहा कि एसोसिएशन द्वारा कई कल्याण गतिविधियाँ चलायी जा रही हैं। एसोसिएशन द्वारा वेलफेयर फंड भी स्थापित किया गया है। कार्यक्रम में प्रशासन अकादमी के महानिदेशक श्री आई.. एस. दाणी ने भी संबोधित किया। एसोसिएशन के उपाध्यक्ष श्री अशोक वर्णवाल और सचिव श्री संजय गोयल, पूर्व कैबिनेट सचिव श्री टी.एस.आर. सुब्रमण्यम और राज्य निर्वाचनन आयुक्त श्री आर.परशुराम सहित प्रदेश के भारतीय प्रशासनिक सेवा के अधिकारी कार्यक्रम में उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन श्री हरिरंजन राव ने किया।
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