सूरजपुर. खड़गंवा चौकी क्षेत्र के ग्राम मानपुर निवासी पविता तिग्गा (40), 24 दिसंबर को अपने घर से बदोलिहा के यहां ग्राम केरता गन्ना काटने जा रही हूं कहकर सुबह 9 बजे घर से निकली थी, जो रात तक घर वापस नहीं आई. दूसरे दिन पविता तिग्गा का शव सुबह 9 बजे ग्राम केरता निवासी ज्वाला प्रसाद सिंह के खेत में मिला. पविता की पुत्री ललिता तिग्गा की रिपोर्ट पर मर्ग कायम किया गया.
मामले की सूचना मिलते ही एसपी राजेश कुकरेजा मौके पर पहुंचे और घटना स्थल का सूक्ष्मता से जायजा लिया. साथ ही डॉग स्क्वार्ड, एफएसएल व पुलिस टीम की मौजूदगी में बारीकी से मौके का मुआयना कराया. मृतिका का शव पंचनामा के बाद पीएम के लिए भेजा गया, शॉर्ट पीएम रिपोर्ट में डॉक्टर के द्वारा मृतिका की मृत्यु का कारण होमोसाईडल लेख करने पर अज्ञात व्यक्ति के विरूद्व थाना प्रतापपुर में अपराध क्रमांक 214/20 धारा 302 भादस का पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया.
मामले की गंभीरता को देखते हुए एसपी राजेश कुकरेजा ने प्रकरण की जांच एवं आरोपी की गिरफ्तारी के लिए एसडीओपी प्रतापपुर पी.एस महिलाने, एसडीओपी ओड़गी मंजूलता बाज के नेतृत्व में पुलिस टीम का गठन कर जांच में लगाया. पुलिस टीम को विवेचना के दौरान जानकारी मिली कि मृतिका का प्रेम संबध करीब 10 वर्षों से देव सिंह (40), निवासी ग्राम पंपापुर, चौकी खड़गवां से था.
जिस पर पुलिस टीम ने प्रेमी देव सिंह को उसके गांव से हिरासत में लेकर पूछताछ किया गया, तो उसने बताया कि 24 दिसंबर को मृतिका पविता तिग्गा को अपने घर फोन करके बुलाया था एवं उसके साथ अपने घर में ही शराब का सेवन किया. दिन में करीब 3 बजे मृतिका के साथ देवसिंह उसे लेकर ग्राम केरता निवासी दशरू पनिका के यहां गया था, दोनों वहां भी शराब सेवन किए. उसी समय मृतिका पविता की लड़की का फोन आ गया, जिसे देवसिंह ने उठा कर हलो हलो बोल दिया और फोन काट दिया.
फिर दोनों साथ में घर जाने के लिए निकले तो रास्ते में पविता खेत में गिर गई और खेत के पानी से गिला हो गई, तो देवसिंह वहां से बनिया गोड के घर से पैरा व अपने घर से आम की लकड़ी, मिट्टी तेल व माचिस लेकर आया और आग जलाकर दोनों आग तापने लगे. इसी बीच पविता तिग्गा ने देवसिंह को बोला कि तुम मेरे घर का फोन क्यों उठा लिए थे. मेरे घर वाले जान जाएंगे कि मैं गन्ना काटने नहीं गई हूं तुम्हारे साथ हूं. बोलकर देवी सिंह को एक झापड़ मार दी, तो देव सिंह गुस्सा में उसको वहीं जमीन पर पटक कर मारने लगा. एक लात जोर से उसके सीना पर और सिर पर भी मारा, तो पविता बेहोश हो गई और उसका श्वास बंद हो गया.
देव सिंह उसका पपीता वाला झोला को गन्ना के खेत में एवं हसिया, चप्पल, स्कार्फ को कुछ दूर पर फेंक दिया एवं केरता गांव वाले पर शंका हो इसलिए एक पपीता व सॉल को कुछ दूर रास्ते के खेत में फेंक कर अपने घर भाग गया. आरोपी देव सिंह उर्फ देवा के मेमोरेण्डम के आधार पर आरोपी के घर से लकड़ी, चप्पल एवं गमछा जप्त कर अपराध सबूत पाए जाने पर उसे विधिवत् गिरफ्तार किया गया है.
इस कार्यवाही में थाना प्रभारी प्रतापपुर विकेश तिवारी, थाना प्रभारी भटगांव किशोर केंवट, चौकी प्रभारी खड़गवां विमलेश सिंह, एएसआई बृजकिशोर पाण्डेय, तिवारी, धनंजय पाठक, प्रधान आरक्षक विशाल मिश्रा, इन्द्रजीत सिंह, संतोष सिंह, विवेक पाण्डेय, संजय सिंह, आरक्षक कृष्णकांत पाण्डेय, युवराज यादव, रौशन सिंह, रजनीश पटेल, मोहम्मद नौशाद, अभय तिवारी व प्रमोद गुप्ता सक्रिय रहे.