नई दिल्ली. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने सोमवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बताया कि देश में पहला कोरोना वैक्सीन का टीका कब दिया जाएगा. समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने कहा कि हमारी पहली प्राथमिकता टीकों की सुरक्षा और प्रभावशीलता रही है. हम उस पर कोई समझौता नहीं करना चाहते है. मुझे व्यक्तिगत रूप से लगता है, शायद जनवरी के किसी भी सप्ताह में हम भारत के लोगों को पहला कोविड-19 वैक्सीन शॉट देने की स्थिति में हो सकते हैं.
राज्य सरकारों के साथ केंद्र सरकार पिछले 4 महीनों से राज्य, जिला और ब्लॉक स्तर पर तैयारी कर रही है. हमने राज्य, जिला और ब्लॉक स्तरों पर टास्क फोर्स का गठन किया है. देश भर में हजारों मास्टर ट्रेनर प्रशिक्षित किए गए हैं. हमने राज्य स्तर पर प्रशिक्षण आयोजित किये हैं और लगभग 260 जिलों में 20000 से अधिक कार्यकर्ताओं को प्रशिक्षित किया है.
#WATCH | Our first priority has been safety & effectiveness of vaccines. We don't want to compromise on that. I personally feel, maybe in any week of January, we can be in position to give first COVID vaccine shot to people of India: Union Health Minister Dr Harsh Vardhan to ANI pic.twitter.com/PEtMgqptYJ
— ANI (@ANI) December 21, 2020
विशेषज्ञों के परामर्श के बाद, हमने कोविड-19 वैक्सीन के लिए 30 करोड़ लोगों को प्राथमिकता दी है. इसमें स्वास्थ्य कार्यकर्ता, पुलिस, सैन्य और स्वच्छता कर्मचारी, 50 साल से ऊपर के लोग शामिल हैं. हमारा प्रयास है कि हमारी प्राथमिकता है कि लिस्ट में हर कोई कोविड-19 की वैक्सीन ले. हम टीके के संकोच के मुद्दे को संबोधित करेंगे. लेकिन अगर कोई इसे नहीं लेने का फैसला करता है, तो हम उसे मजबूर नहीं कर सकते हैं.
प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान जब डॉ. हर्षवर्धन से पत्रकारों ने पूछा कि क्या हम सबसे खराब स्थिति में हैं. इस पर उन्होंने कहा कि वर्तमान समय में हमारे देश में लगभग 3 लाख एक्टिव मामले हैं. कुछ महीने पहले, हमारे यहां लगभग 10 लाख एक्टिव मामले थे. कुल 1 करोड़ से अधिक मामलों में 95 लाख से ज्यादा मरीजों ने कोरोना वायरस को मात दी है. हमारे पास दुनिया में सबसे अधिक रिकवरी रेट है.
मुझे लगता है कि सबसे बुरा दौर शायद खत्म हो गया है. लेकिन, हमें सावधानी और मजबूती के साथ रहने की जरूरत है. हमें कोविड-19 के नियमों का कड़ाई से पालन करनी की जरूरत है. हम लापरवाही करके जोखिम नहीं उठा सकते हैं. अंततः मास्क, हाथ की स्वच्छता और समाजिक दूरी का पालन करने की हमें जरूरत है.