अम्बिकापुर। इस वर्ष शारदीय नवरात्रि पर भी कोरोना आपदा की गंभीर छाया देखने को मिलेगी। नवरात्रि और दशहरा के उत्सव में सराबोर रहने वाला शहर का माहौल उदास दिखेगा। कोरोना महामारी को देखते हुए मंदिरों के पट श्रद्धालुओं के लिए बंद रहेंगे।
शनिवार से शारदीय नवरात्र पर्व की शरुआत होगी। कोरोना संक्रमण के चलते इस वर्ष नवरात्र महोत्सव सादगी पूर्ण ढंग से मनाया जाएगा। गरबा, डांडिया, जगराता व जुलूस जैसे कार्यक्रमों के आयोजन पर प्रशासन ने रोक लगा दिया है। साथ ही भंडारा, कन्या भोज जैसे कार्यक्रमों पर भी प्रतिबंध लगा दिया गया है। मंदिरों, दुर्गा पंडालों में शारीरिक दूरी के नियम पालन व मास्क लगाना अनिवार्य होगा।
शहर के महामाया मंदिर सहित अन्य मंदिर में माता के ज्योति कलश के साथ भक्तों का ज्योति कलश भी प्रज्वलित किया जाएगा। महामाया मंदिर ट्रस्ट ने ज्योति कलश प्रज्ज्वलन के लिए सारी तैयारियां पूरी कर ली है। लेकिन इस वर्ष श्रद्धालु मां महामाया का दर्शन नहीं कर सकेंगे। हालांकि महामाया मंदिर प्रबंधन ने श्रद्धालुओं के लिए ऑनलाइन देवी के दर्शन करने की विशेष व्यवस्था की है। सुबह शाम आरती के दौरान फेसबुक, व्हाट्सएप्प के माध्यम से लाइव प्रसारण होगा। वही नवरात्र के विशेष अवसर पर मंदिरों की साफ सफाई व रंगरोगन का कार्य भी लगभग पूर्ण हो चुका है