अम्बिकापुर। संभाग मुख्यालय अम्बिकापुर मे संचालित सरगुजा विश्वविद्यालय प्रबंधन अपनी मनमानी के लिए हमेशा चर्चा का केन्द्र रहता है। इस बार भी विश्वविद्यालय प्रबंधन की एक बडी लापरवाही और मनमानी उजागर हुई है। क्योंकि लॉकडाउन के साथ राष्ट्रीय शोक की घोषणा को दरकिनार करते हुए विश्वविद्यालय प्रबंधन ने स्थापना दिवस का कार्यक्रम आयोजित किया। जो राज्य सरकार और केन्द्र सरकार के गृह मंत्रालय का सीधे तौर पर मजाक बनाने जैसा है।
जानकारी के मुताबिक 4 अक्टूबर को सरगुजा विश्वविद्यालय का स्थापना दिवस है. वैसे तो कोई भी विश्वविद्यालय अपने स्थापना दिवस के कार्यक्रम को धूमधाम से मनाता है। लेकिन जब इस धूमधाम की मनाही सरकार के द्वारा हो तब स्थापना दिवस मनाना समझ से परे है।
दरअसल आज स्थापना दिवस के दिन विश्वविद्यालय के एक प्रमुख अधिकारी ने ऑफिसर्स वाट्सएप ग्रुप मे एक सूचना डाली। जिसके मुताबिक आज 11-12 बजे सभी अधिकारियों को स्थापना दिवस मनाने के लिए प्रशासनिक भवन के सभागार मे बुलाया गया।
खास बात ये थी कि गोपनीयता भंग ना हो इसलिए केवल अधिकारियों को बुलाया गया। जबकि कर्मचारियो को इसकी सूचना तक नहीं थी। उसके बाद रजिस्टार विनोद एक्का की अगुवाई मे जमा हुए अधिकारियों ने स्थापना दिवस पर सभी औपचारिक कार्यक्रम माल्यार्पण, उद्बोधन इत्यादि इत्यादि कार्यक्रम आयोजित हुए। जिसकी गवाही विश्वविद्यालय के दहलीज से बाहर निकली कई फोटोग्राफ देते हैं।
बिलासपुर मे ऑनलाइन हुआ था आयोजन..
सरगुजा विश्वविद्यालय प्रबंधन ने कोविड काल के नियमों को तोड कर भीड इकट्ठा करके स्थापना दिवस मनाया। लेकिन वही करीब दो माह पहले बिलासपुर अटल बिहारी वाजपेयी विश्वविद्यालय ने भी अपना स्थापना दिवस मनाया। जिसमे विश्वविद्यालय के तमाम अधिकारी कर्मचारी के साथ प्रदेश के उच्च शिक्षा मंत्री भी शामिल हुए। पर कोविड संक्रमण के कारण पूरा आयोजन आनलाइन हुआ। मतलब लोग एक दूसरे से दूर बैठकर भी आयोजन मे शामिल हुए। लेकिन उससे सीख लेने के बजाय सरगुजा विश्वविद्यालय प्रबंधन ने कोविड के नियमो और राज्य सरकार के निर्देशों का उल्लंघन किया..
हम इसे कार्यक्रम नहीं मानते.. रजिस्ट्रार
इस पूरे आयोजन और कोविड के नियमो के साथ जब हमने राष्ट्रीय शोक मे आयोजन के संबंध मे सरगुजा विश्वविद्यालय के कुल सचिव विनोद एक्का से जानना चाहा.. तो उन्होंने कहा कि उन्होंने स्थापना दिवस के लिए अधिकारियों को बुलाया भी और माल्यार्पण और उद्बोधन जैसे कार्यक्रम भी हुए.. इतना ही नहीं उन्होंने कोविड के नियमो के साथ राष्ट्रीय शोक का भी हवाला दिया.. पर इन सब के साथ जब उनसे पूछा गया कि कार्यक्रम तो हुआ ना?… तो उन्होंने साफ कहा कि वो इसे कार्यक्रम नहीं मानते हैं!
राष्ट्रीय शोक मे आयोजन
कुवैत के प्रशासक शेख सबा-अल-अहमद , अल जाबेर-अल-सबा के निधन पर केन्द्रीय गृह मंत्रालय ने 4 अक्टूबर को देश में एक दिन के राष्ट्रीय शोक का ऐलान किया है। केंद्र के निर्देश के बाद राज्य सरकार ने भी शोक की घोषणा की है। शोक के दौरान सभी सरकारी इमारतों पर राष्ट्रीय ध्वज आधा झुका रहेगा। लेकिन उसके बावजूद सरगुजा विश्वविद्यालय प्रबंधन ने स्थापना दिवस का कार्यक्रम आयोजित कर केन्द्र और राज्य सरकार के नियमों का जिस कदर माखौल उड़ाया है.. उसकी उम्मीद युवाओं को शिक्षित करने वाले विश्वविद्यालय से कम ही होती है।